हलांकि अब तक उन युवकों व अभिभावकों से पुलिस ने पूछताछ नहीं की है. जानकारी मिल रही है कि हैदराबाद में बरामद झारखंड के युवक-युवतियों में से किसी ने अपने अभिभावक को भी फोन कर मामले की जानकारी दी थी. इसके बाद एक अभिभावक वहां गये और चार को ले आया. लाये गये युवकों में तीन मधुपुर व एक करौं थाना क्षेत्र का है. एसपी ने कहा कि इसके बावजूद भी रेस्क्यू टीम रविवार को हैदराबाद के लिये रवाना हो रही है. सही तरीके से छानबीन कर टीम लौटेगी.
इसके बाद जो भी दोषी सामने आयेंगे उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी. इस संबंध में जसीडीह रेल इंस्पेक्टर ने बताया कि हैदराबाद सीआइडी द्वारा उनलोगों को भी सूचना मिली थी. हैदराबाद से लाये गये युवकों व उनके अभिभावकों को भी पूछताछ के लिये बुलाया गया था किंतु अब तक वे लोग नहीं आये हैं. इस संबंध में आरपीएफ इंस्पेक्टर मधुपुर से जानकारी मिली है कि अभिभावकों की सहमति पर उनके बच्चे काम के लिये गये थे. उधर सूत्रों की मानें तो हैदराबाद में बरामद झारखंड के युवक-युवतियों में से छह देवघर जिले के भी हैं.
देवीपुर थाना क्षेत्र के दो, मधुपुर थाना क्षेत्र के तीन युवक सहित एक करौं थाना क्षेत्र के हैं. यह भी पता चला है कि सभी काम करने दिल्ली गये थे. वहीं से किसी एजेंसी द्वारा काम दिलाने के लिये उन सभी को आंध्रप्रदेश ले जाने की जानकारी मिली है. शंका के आधार पर सभी को बरामद कर हैदराबाद सीआइडी टीम द्वारा यहां सूचना दी गयी. प्रथम द्रष्टया मामला मानव तस्करी से जुड़ा प्रतीत हो रहा है. हालांकि हैदराबाद से टीम के वापस लौटने के बाद ही असलियत का पता चल सकेगा. बरामद युवक-युवतियों को लाने के लिए जसीडीह इंस्पेक्टर राम मनोहर शर्मा के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम को भेजा जा रहा है. उक्त टीम में एसआइ एनडी राय सहित दो महिला व पुरुष जवान शामिल हैं.