जिला निर्वाचन पदाधिकारी (नगरपालिका) सह उपायुक्त देवघर द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग झारखंड को प्रारूप भेजे जाने के बाद पिछड़े वर्ग की जनसंख्या का प्रारूप प्रकाशन देवघर में कर दिया गया है. प्रारूप प्रकाशन के आधार पर लोगों से आपत्ति मांगी गयी थी.
निर्धारित अवधि में करीब दस लोगों ने आपत्ति दर्ज करायी है. आपत्ति पर सुनवाई के बाद आगे निष्पादन कर ओबीसी जनसंख्या सूची का अंतिम रूप से प्रकाशन किया जायेगा. पार्षद सचिन चरण मिश्र, पार्षद शुभ लक्ष्मी देवी, वरुण मिश्र, पार्षद अनूप वरनवाल, पार्षद रमेश चंद्र दास, वार्ड संख्या 23 के शैलेश चरण मिश्र ने पूर्व में ही अपनी-अपनी दर्ज करा दी है.
सोमवार को भी वार्ड पार्षद सचिन चरण मिश्र, पार्षद रमेश चंद्र दास, पार्षद सरू राउत आदि नगर निगम पहुंच कर पूरे मामले पर सीइओ अलोइस लकड़ा से बात की. पार्षद सचिन चरण मिश्र ने आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान वार्ड संख्या 29 एवं 30 को मिलाकर नये परिसीमन में वार्ड संख्या 21 किया गया है. यहां ओबीसी की आबादी 2978 बताया जा रहा है. जबकि वार्ड क्षेत्र में पांच घर भी ओबीसी समुदाय का नहीं है. यही हाल नये परिसीमन के आधार पर निर्धारित वार्ड संख्या 23 का है. नया वार्ड संख्या 28 एवं 30 का अंश मिला कर बनाया गया है.
यहां ओबीसी की आबादी 2922 बताया जा रहा है. जबकि गत नगर निगम चुनाव में साढ़े बारह सौ से आसपास ओबीसी की जनसंख्या थी. पार्षद ने कहा कि गत चुनाव के पहले एससी/एसटी कोटि की आबादी की गिनती की गयी थी. शेष को अन्य कोटि में रख दिया गया था. लेकिन, ओबीसी कोटि की आबादी निकालने के नाम पर गणित सूत्रों का प्रयोग किया गया है. इस लिहाज से वार्डो में ओबीसी की जनसंख्या निर्धारित से कई गुणा बतायी गयी है. यही शिकायत कई वार्ड पार्षदों का भी है. पूरे मामले पर सीइओ देवघर ने नगर निगम में निर्वाचन कार्य देख रहे सहायक से जानकारी भी लिया. लेकिन, ओबीसी की जनसंख्या निर्धारण के लिए निर्धारित मापदंड का हवाला देकर सहायक बचते रहे.