देवघर: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की दूसरी सोमवारी को प्रशासनिक व्यवस्था धराशायी रही. कांवरियों का जनसैलाब पूरी तरह सोमवारी पर हावी रहा. रूट लाइनिंग एवं नेहरू पार्क में कांवरियों का घुसपैठ रह-रह कर होता रहा. बाबा मंदिर नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को करीब एक लाख 32 हजार कांवरियों ने बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक किया. कांवरियों की सुविधाओं का जायजा लेने के लिए पुलिस अधीक्षक बारी-बारी से बाबा मंदिर एवं रूट लाइनिंग का चक्कर लगाते रहे. जलाभिषेक के लिए कृष्णा बम को निकास-द्वार से प्रवेश कराये जाने पर बाबा मंदिर में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री दुर्लभ मिश्र सहित दर्जनों तीर्थ पुरोहितों ने जमकर विरोध किया. इससे बाबा मंदिर में कुछ देर के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गयी थी.
दूसरी सोमवारी को कांवरियों का जनसैलाब उमड़ने की वजह से प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं पुलिस व रैफ के जवानों को भीड़ नियंत्रित करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कांवरियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बीएड कॉलेज के समीप पुलिस के जवानों ने रह-रह कर लाठियां भांजी और कांवरियों पर कुरसी भी चार्ज किया. बीएड कॉलेज के बाद बरमसिया से नंदन पहाड़ रूट लाइनिंग में कांवरियों को चिलचिलाती धूप से बचाव के लिए पंडाल, पानी आदि का पुख्ता बंदोबस्त नहीं किये जाने से कांवरियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कांवरियों की मुसीबत को देखते हुए वार्ड पार्षद सुमन पंडित सहित मुहल्ले के महिला, पुरुष व बच्चे अपने-अपने घरों से निकल कर कांवरियों की सेवा की.
बरमसिया स्थित विधु भूषण सरकार रोड में दोपहर करीब एक बजे से चार बजे तक कांवरियों की कतार आगे नहीं बढ़ने पर उत्तर प्रदेश के बलिया से पहुंचे दर्जनों कांवरियों ने कतार में सूबे की सरकार एवं स्थानीय प्रशासन के विरोध में जम कर नारेबाजी की. कांवरियों ने एक स्वर में बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए वीआइपी कोटा खत्म करने की मांग की. इधर, नेहरू पार्क में अफरातफरी मचने से तीन कांवरिये घायल हो गये जबकि एक महिला बम बेहोश हो गयी. समाचार लिखे जाने तक कांवरियों की कतार नंदन पहाड़ तक लगी रही.