देवघर: आदमी ईमानदारी पूर्वक प्रयास करें तो जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. इसे सच कर दिखाया है झौंसागढ़ी निवासी नमित कुमार केसरी ने. साइंस ग्रेजुएट नमित कुमार ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित संयुक्त सचिवालय सेवाएं प्रतियोगिता परीक्षा 2012 में निमA वर्गीय लिपिक पद पर अंतिम रूप से चयनित हुए हैं. सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है.
सेल्फ स्टडी व विश्वास ने दिलायी सफलता
स्वाध्याय ने नमित कुमार केसरी को प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता दिलायी. मेधावी नमित देवघर कॉलेज देवघर से साइंस (मैथ) में ग्रेजुएट किया है. स्नातक के बाद दो वर्षो तक प्राइवेट स्कूल में कार्य किया. इसके बाद स्वयं सेवी संस्था आत्मा में बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्य किया. वर्तमान में जिला सांख्यिकी विभाग में बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं. अपनी तैयारी में नमित ने पारिवारिक स्थिति-परिस्थिति को कभी भी हावी नहीं होने दिया. बिक्रोमेटिक प्लांट में कार्यरत पिता बीपी केसरी एवं मां मधु केसरी बेटे की सफलता से काफी गदगद हैं.
पिता बीपी केसरी ने अपनी नतिनी निकिता रानी को सफलता में मददगार बताया है. नमित ने दसवीं की परीक्षा आरमित्र प्लस टू स्कूल से वर्ष 1999 में 71 फीसदी एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा देवघर कॉलेज देवघर से वर्ष 2001 में 66 फीसदी अंक से उत्तीर्ण किया. इसी कॉलेज से स्नातक की परीक्षा 54 फीसदी अंक से उत्तीर्ण किया. मूलत: जमुई जिले के महाराजगंज के रहने वाले नमित सफलता का स्नेत अपने माता-पिता एवं दादा स्व मुंशी लाल केसरी एवं दादी स्व सीता देवी बताते हैं. इनकी हॉबी किताबें पढ़ना है. सफलता पर इनकी बहन नमिता केसरी एवं बहनोई अमित केसरी भी काफी खुश हैं. नमित की दिली तमन्ना नौकरी की पहली तनख्वाह बाबा मंदिर में दान देने की है.
संदेश : कड़ी मेहनत एवं लगन से जीवन में सफलता मिलती है. इसलिए युवाओं को मेहनत से नहीं घबराना चाहिए.