देवघर: श्रावणी मेले के पहले दिन हजारों श्रद्धालुओं ने नयी व्यवस्था के तहत टाइम स्लॉट बैंड और अरघा से बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण किया. भीड़ कम होने की वजह से भक्तों को नेहरू पार्क की जगह मंदिर परिसर में ही कतार में लगाया गया.
सरकारी पूजा के बाद से ही डीसी-एसपी एवं अधिकारी की मौजूदगी में अरघा से जलार्पण की शुरुआत हुई. रविवार के जलार्पण के लिए रविवार के जलार्पण के लिए शनिवार से ही टाइम स्लॉट बैंड मिलने लगा था.
इसलिए रात को जिन लोगों ने बैंड लिया, वे निर्धारित समय के अनुसार कतार में लगे और फुट ओवर ब्रिज से होते हुए बाबा मंदिर में प्रवेश कर अरघा में जलार्पण किया. बाबा मंदिर व मेला क्षेत्र में कांवरिये बोल बम, जय शिव के नारे लगा रहे थे. हालांकि अभी बांग्ला सावन चल रहा है. वैसे श्रावणी मेला 23 जुलाई से शुरू होगा. इस दिन से भीड़ उमड़ने की संभावना है. सुल्तानगंज प्रतिनिधि के अनुसार रविवार को उत्तरवाहिनी गंगा से लगभग 30 हजार कांवरिये जल लेकर देवघर की ओर चले हैं.
पहले दिन एक्टिवेशन काउंटर में तकनीकी गड़बड़ी
अरघा और टाइम स्लॉट बैंड से पूजा अर्चना के पहले दिन कई एक्टिवेशन सेंटर में तकनीकी गड़बड़ी दिखी. इस कारण एक्टिवेशन करवाने में भक्तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. शिवगंगा के समीप विनोदानंद झा संस्कृत स्कूल में बने एक्टिवेशन सेंटर में लगे दस कंप्यूटर में आठ खराब हो गया. जिससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हुई.
बाद में सभी कंप्यूटर व अन्य यंत्र को ठीक कर लिया गया. मंदिर परिसर में कतार हाने की वजह से जहां आम भक्तों को एक मंदिर से दूसरे मंदिर में जलार्पण करने के लिये जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं संस्कार मंडप के मुख्य द्वारा पर भक्तों की हुजूम रहा. वहीं काचा जल चढ़ाने आये स्थानीय तीर्थ पुरोहित परिवार की महिलाओं को बाबा का स्पर्श पूजा करने से वंचित रखा गया. इस कारण पंडा समाज की महिलाओं में रोष देखा गया. लोगों ने प्रशासन व प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाया.