देवघर: पिछले कुछ दिनों से कनकनी बढ़ गयी है. रोजाना तापमान गिरता जा रहा है. बुधवार को दिन में अधिकतम तापमान 21 डिग्री व न्यूनतम 7 डिग्री तक पहुंच गया था. धूप निकलने के बावजूद कनकनी में कोई परिवर्तन नहीं आया. इस कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. दिन हो या रात लोग घरों में ही दुबक कर रहना पसंद कर रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशानी दिहाड़ी मजदूरी कर रहे लोगों की हो गयी है. खबर है कि मंगलवार की शाम सदर अस्पताल में ठंड से एक की मौत भी हो गयी है.
मृतक राजेंद्र मिर्धा (40) दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड का रहने वाला बताया जाता है. कुछ लोगों ने उसे अचेतावस्था में सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया था. जहां वह कंपकपा रहा था. ऑन डयूटी चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया. जहां उसकी मौत हो गयी. बाद में पुलिस को मामले से अवगत कराने के बाद परिजनों को मृतक की लाश सौंप दी गई.
पेट की आग में दब जा रही ठंड
दिहाड़ी कर रहे मजदूरों की पेट की आग में ठंड दब जा रही है. वैसे शहर के सत्संग चौक, बाजला चौक, आजाद चौक आदि चौराहों पर रोज के मुकाबले कम संख्या में दिहाड़ी मजदूर देखे गये. वे भी इस ठंड में मजदूरी की बजाय अपने घर-परिवार के बीच रहना ज्यादा हितकर समझते हुए शहर नहीं पहुंचे.
गरीबों की मुश्किलें बढ़ी
इसका असर फुटपाथ पर रात गुजारने वाले रिक्साचालक, ठेला चालक, दातून बेचने वाले लोगों की मुश्किलें खड़ी हो गई है. रात के समय रिक्शा खींचने की बजाय अलाव तापते देखे जा रहे हैं. इन सबके बावजूद लोग अपने बजट के अनुसार ठंड को पार करने की जुगत में भिड़ गये हैं. इतना कुछ होने के बावजूद जिला प्रशासन व निगम की ओर से राहगीरों के लिए अलाव की व्यवस्था नहीं हो सकी है.