देवघर: प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में चलने वाले मध्याह्न् भोजन योजना मद में जिले में 1.46 करोड़ रुपये सितंबर 14 से अवशेष पड़ा है. बावजूद जिले के 140 से अधिक विद्यालयों में पिछले 10 दिनों से एमडीएम बंद है.
विद्यालय में एमडीएम योजना बंद होने की शिकायत मिलने के बाद प्राथमिक शिक्षा निदेशक झारखंड जेबी उरांव शनिवार को देवघर पहुंचे. जिले में चल रहे एमडीएम योजना के बारे में जिला शिक्षा अधीक्षक से जानकारी ली. लेकिन, कार्यालय सहायक के छुट्टी पर रहने की वजह से अद्यतन रिपोर्ट उपलब्ध नहीं करा पाये. प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने कहा कि कैश बुक की जांच में पता चला है कि एमडीएम मद में 1.46 करोड़ रुपये अवशेष पड़ा है. 18 सितंबर, 14 के बाद से कैश बुक नहीं लिखा गया है. जिले की कार्यप्रणाली काफी लूंज-पुंज है. मामले को गंभीरता से लेते हुए देवघर डीएसइ से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा तथा फाइनल रिपोर्ट विभागीय सचिव के सौंपेंगे. उन्होंने दावा किया कि चालू वित्तीय वर्ष में एमडीएम योजना मद में कहीं भी राशि की कमी नहीं है, क्योंकि राशि रिलिज मेरे द्वारा ही किया जा रहा है.
बीइइओ की रिपोर्ट में एमडीएम बंद की शिकायत : निदेशक ने कहा कि कई प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी से प्राप्त रिपोर्ट में भी कई विद्यालय में मध्याह्न् भोजन बंद होने की शिकायत है. राशि के अभाव में एमडीएम बंद की शिकायत मिलना काफी हास्यास्पद है. समय की कमी की वजह से विद्यालय का भौतिक सत्यापन नहीं कर सका.
कैश बुक का संधारण लंबित : जिले का एमडीएम कैश बुक का संधारण 18 सितंबर, 14 के बाद नहीं हुआ है. इसका खुलासा प्राथमिक शिक्षा निदेशक झारखंड ने जांच में किया. प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने कहा कि एमडीएम कैश बुक का संधारण नियमित नहीं किया जाना काफी गंभीर बात है. यह विभागीय गाइड लाइन की अवहेलना है.