देवघर: जेल प्रशासन पर दबदबा कायम करने की मंशा से आठ बंदियों ने मिल कर शनिवार शाम अचानक जेल कर्मियों पर हमला बोल दिया. घटना में गंभीर रूप से घायल दफा इंचार्ज महेंद्र सिंह को सदर अस्पताल में भरती कराया गया है. वहीं एक बंदी ने भूतपूर्व सैनिक कक्षपाल एसके राय के हाथ में दांत काट कर मांस निकाल दिया है.
घटना में जेल अधीक्षक मो अख्तर के घुटना में चोट है, जबकि जेलर अश्विनी तिवारी का पैर जख्मी हो गया है. वार्डेन रुपनारायण सिंह को भी पैर में चोट लगी है. अधीक्षक सहित अन्य जेल कर्मियों का इलाज कारा के डॉक्टर ने किया है. अधीक्षक ने मामले की सूचना डीसी राहुल कुमार पुरवार व एसपी प्रभात कुमार को दी है. सूचना पर एसडीपीओ अनिमेष नैथानी मंडल कारा पहुंचे.
पगली घंटी बजायी : जेल अधीक्षक के अनुसार आपस में बंदी उलझ रहे थे. शंका था कि उनलोगों के पास मादक पदार्थ है.
जांच में दफा इंचार्ज महेंद्र सिंह पहुंचे तो उपद्रवी बंदी उन्हीं से उलझ गया. गाली-गलौज करने लगा. यह देख अन्य कक्षपाल भी बीच-बचाव में पहुंचे. उपद्रवी बंदी मारपीट पर उतारू हो गया. कक्षपाल तिवारी गये तो उन पर भी हमला किया. मजबूरी में पगली घंटी बजायी गयी. इसके बाद स्वयं अधीक्षक पहुंचे तो उन्हें भी बंदियों ने धक्का देकर गिरा दिया. इसके बाद सभी वार्ड को बंद करा दिया गया.
उपद्रवी बंदियों को कराया सेल में बंद : अधीक्षक ने कहा उपद्रवी बंदियों सिंघानिया अपहरण हत्याकांड के बंदी फौजी कन्हैया चौधरी, रंगदारी कांड में बंद नीलेश सिंह, सूरज मिश्र, अभिषेक सिन्हा उर्फ कल्लू, महेंद्र दास, अजय शर्मा, संदीप सिंह उर्फ बबुआ व अजय साह को सेल में बंद करा दिया गया. पगली घंटी बजते ही मामले की जांच में नगर इंस्पेक्टर एमआर भार्गव, नगर थाना प्रभारी केके साहू व एएसआइ अरविंद कुमार जांच में मंडल कारा पहुंचे. आरोपित बंदियों के खिलाफ जेल अधीक्षक के प्रतिवेदन पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है. घटना की जानकारी होने पर मामले का जायजा लेने एसडीपीओ अनिमेष नैथानी भी मंडल कारा पहुंचे.