अब स्वयं से पूछिये- ” क्या मैं विचार अथवा अनुभूति हूं?” ”क्या मैं मन हूं अथवा उसका द्रष्टा हूं”? ”मैं क्या हूं?” ऐसा कहा जाता है कि ज्ञानी स्वयं से ”मैं कौन हूं” पूछता है. यह प्रश्न पूछने की मनोवृत्ति ही उसे आत्मसाक्षात्कार की उपलब्धि कराती है. इस अवस्था में पहुंचने पर ”मैं कौन हूं” की साक्षात अनुभूति हो जाती है तथा उसे सारे प्रश्नों का उत्तर सहज ही मिल जाता है. ” जो स्वयं आंखों के माध्यम से देखता है, परंतु जिसे आंखें नहीं देखतीं, वही आत्मा है.”-माण्डुक्योपनिषद
BREAKING NEWS
प्रवचन :::: ज्ञानी स्वयं से पूछता ”मैं कौन हूं”
अब स्वयं से पूछिये- ” क्या मैं विचार अथवा अनुभूति हूं?” ”क्या मैं मन हूं अथवा उसका द्रष्टा हूं”? ”मैं क्या हूं?” ऐसा कहा जाता है कि ज्ञानी स्वयं से ”मैं कौन हूं” पूछता है. यह प्रश्न पूछने की मनोवृत्ति ही उसे आत्मसाक्षात्कार की उपलब्धि कराती है. इस अवस्था में पहुंचने पर ”मैं कौन हूं” […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement