अब तक जितनी भी सरकारें बनी सबने स्वार्थ सिद्धी के लिए काम किया. योजनाएं बनायी जातीं है लेकिन उसका लाभ आम जनों को नहीं मिल पाता यही झारखंड की विशेषता अब तक रही. हालांकि अब तक जोड़तोड़ की सरकार ने जनता को एहसास दिला दिया है कि उन्हें ही कुछ सोचना पड़ेगा झारखंड झारखंड के विकास के लिए .
स्थायी सरकार विकास में सबसे बड़ा सहयोगी रहेगा. झारखंड की उम्र 14 साल हो गयी. लेकिन अब भी स्थिति जस की तस है. हां राजधानी व बड़े शहरों में थोड़ा परिवर्तन तो जरूर हुआ है. लेकिन ग्रामीण इलाकों का विकास अब भी बहुत बांकी हैं. जनता को सोचना होगा कि लोकतंत्र में सरकार उनकी बदौलत ही बनती है. वह जिसे चाहे सत्ता पर बिठा सकती है. जनता को जागना होगा और अपना मत उन्हें ही डालें जो विकास की गारंटी दे. मानिक चंद्र लौह सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक