देवघर: पुलिस लाइन का मैगजीन हाउस किसी दृष्टिकोण से सुरक्षित नहीं है. सिर्फ मोरचे की गार्ड के भरोसे पूरे मैगजीन हाउस की सुरक्षा है. पुलिस लाइन के प्रवेश द्वार पर कोई गेट भी नहीं है. वहीं रात्रि तो दूर दिन में भी कोई गश्ती परिसर में नहीं होती है. पुलिस लाइन के प्रवेश के लिए दो-दो द्वार है. साथ ही लाइन का पश्चिमी छोर भी बाउंड्री विहीन है.
सावन में पूरा पुलिस महकमा ही श्रद्धालुओं को पूजा कराने में व्यस्त रहता है. इस दौरान पुलिस लाइन पूरा खाली हो जाता है. पुलिस लाइन के मैगजीन हाउस में न सिर्फ देवघर जिले का हथियार रहता है, बल्कि जसीडीह जीआरपी ने भी हथियार यहीं जमा कराया है. मौका देख कर कभी भी नक्सली पुलिस लाइन के मैगजीन हाउस पर हमला कर बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं. इस संबंध में खुफिया शाख सहित तमाम इंटेलिजेंस ने मुख्यालय को रिपोर्ट भेज कर अलर्ट भी किया है.
बावजूद पुलिस लाइन के मैगजीन हाउस की सुरक्षा का कोई ठोस बंदोबस्त नहीं हो सका है. गिरिडीह बीच बाजार में स्थित होमगार्ड कैंप के मैगजीन हाउस पर कई वर्ष पूर्व नक्सलियों ने दिनदहाड़े हमला कर हथियार लूटा था. इस घटना के बाद से राज्य के सभी मैगजीन हाउस की सुरक्षा को दुरुस्त करने का निर्देश जारी हुआ था. बावजूद देवघर मैगजीन हाउस की सुरक्षा लचर है.