देवघर: बिहार अंतर्गत बांका जिले के कटोरिया निवासी अपहृत शंकर मंडल के साथ चार अपहर्ताओं को टाइगर मोबाइल के जवानों ने दबोच लिया.
बाद में जवानों की सूचना पर एसडीपीओ दीपक पांडेय समेत नगर थाना प्रभारी एनडी राय, एएसआइ दिनेश्वर सिंह व महेश्वरी प्रसाद सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे और अपहृत सहित आरोपितों को नगर थाना लाया. पुलिस के अनुसार शिल्पग्राम नंदन पहाड़ के पास रेलवे ट्रैक के आगे झाड़ी में आरोपितों ने शंकर को छिपा रखा था और उससे परिजनों को फोन करा कर पांच लाख रुपये फिरौती दिलाने का दबाव बना रहे थे.
रुपया नहीं देने पर उसे जान मार कर फेंक देने की बात आरोपितों द्वारा कही जा रही थी. आरोपितों के पास से पुलिस ने चार मोबाइल सहित 10 लूज रखा सिमकार्ड, दो चाकू व कुछ रुपये भी बरामद किया है. फिलहाल नगर थाने में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी चल रही है. पकड़े गये आरोपितों में नगर थाना क्षेत्र के सलोनाटांड़ निवासी निर्मल महथा, नंदन पहाड़ रोड बरमसिया निवासी नितेश झा, रांगा मोड़ निवासी चंदन महथा व मोहनपुर थाना क्षेत्र के बलसरा निवासी दिलीप महथा शामिल है. आरोपितों द्वारा शंकर को साइबर एक्सपर्ट बताया जा रहा है. आरोपितों की मानें तो वह भी एक गैंग से ताल्लुक रखता है, जिस गिरोह का काम फोन से लोगों को फंसा कर एटीएम कार्ड से पैसा उड़ाना है. हालांकि इस बिंदु पर पुलिस पड़ताल में जुटी है.
पुलिस को यह भी पता चला है कि वह यहां अपने गिरोह के छह सदस्यों के साथ देवघर पहुंचा है. यहां हदहदिया पुल के आगे कॉलेज रोड पर एक बड़े होटल के कमरा नंबर 215 व 216 में गिरोह के छह सदस्यों के ठहरने की सूचना मिली है. उक्त होटल पर नगर थाने की टीम गयी तो उनलोगों के बाजार निकलने की सूचना मिली है. उक्त होटल के समीप पुलिस का पहरा लगा दिया गया है.
कैसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
पुलिस के अनुसार शंकर के बारे में जानकारी होने पर आरोपितों ने कॉल कर बरमसिया बुलाया. वहां से जबरन उसे घटनास्थल सुनसान जगह में ले गया और उससे रंगदारी वसूलने का प्रयास कर रहा था. झाड़ी में शंकर को छिपाने के बाद उसे चाकू दिखा कर आरोपितों ने डराया था और घर से रुपया मंगाने का दबाव दे रहा था. इसके बाद सभी आरोपित वहीं बगल में बैठ कर बीयर पीने लगा. इसकी गुप्त सूचना पाकर टाइगर मोबाइल के जवान राजकुमार यादव, विभाष कुमार, रुपक पासवान, मुन्ना पासवान व विपिन कुमार पहुंचा और सभी को दबोच लिया. इसके बाद टाइगर मोबाइल के जवानों द्वारा घटना की सूचना वरीय पुलिस अधिकारियों को दी गयी.