देवघर: तीन वर्ष बाद देवघर में रोहन नक्षत्र में बारिश हुई है. किसानों के पास खेतों में धान का बिचड़ा डालने का पर्याप्त समय है. किसानों के चेहरों पर खुशियां छायी है, लेकिन सरकार से अनुदान पर मिलनेवाला धान का बीज अब तक पैक्स व प्रखंडों तक नहीं पहुंच पाया है. सहकारिता विभाग से नेशनल सीड कॉरपोरेशन व एसएफसी को जिले के लिए लगभग छह हजार क्विंटल धान के बीज का प्रस्ताव भेजा गया.
इसके अनुसार सरकार की ओर से महज 3,500 क्विंटल धान देवघर जिले को देने की स्वीकृति मिली है. स्वीकृति के एक सप्ताह बाद भी पैक्सों को बीज उपलब्ध नहीं कराया गया है, जबकि पैक्सों से एनएससी व एसएफसी को राशि भी भेज दी गयी है. 10 जून को रोहन नक्षत्र भी गुजर गया व मृग नक्षत्र शुरू हो गया. खेतों में बिचड़ा डालने का समय गुजरते देख किसान अब सरकारी बीज की आस छोड़ बाजार की ओर अख्तियार करना शुरू कर दिया है.
करना होगा एक सप्ताह इंतजार
जिला सहकारिता पदाधिकारी रामकुमार प्रसाद ने बताया कि बीज की स्वीकृति 35,00 क्विंटल मिली चुकी है, लेकिन बीज की प्राप्ति में एक सप्ताह और समय लगेगा. सप्ताह भर के अंदर धान का बीज जिले के पांच नोडल पैक्स देवीपुर, पालोजोरी (जमुआ), देवपुर, देवघर ग्रेन गोला व चेतनारी पैक्स को सीधे मिलेगा. नोडल पैक्सों से जिले के सभी 194 पैक्सों को बीज प्राप्त कर सकते हैं. किसानों को 50 फीसदी अनुदान पर 13 रुपये 50 पैसे प्रति किलो धान का बीज मिलेगा.
उत्पादन में 10 फीसदी कमी
कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक अनिल राय ने बताया कि रोहन नक्षत्र बिचड़ा डालने का उचित समय है. किसानों ने खेतों की जुताई कर दी है. 15 जून तक बिचड़ा डाल देने से उत्पादन 90 फीसदी तक हो सकती है. अगर 20 जून तक बिचड़ा डाला गया तो उत्पादन में 10 फीसदी कमी आ सकती है.