देवघर: राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत बगैर काजू का पौधा लगाये राशि का भुगतान किये जाने के मामले में जांच से पहले कई गांवों में गलती छुपाने के लिए रातों-रात पौधा लगाया जा रहा है. बुधवार को मालेडीह व कोकहराजोरी गांव में रातों-रात काजू का पौधा लगा दिया गया. जबकि गुरुवार को पथरा गांव में दिन में पौधा लगाया जा रहा था.
इसकी सूचना मिलने पर देवघर प्रखंड की जिप सदस्य मीना देवी निरीक्षण करने कोकहराजोरी गांव पहुंची. जिप सदस्य को ग्रामीणों ने बताया कि संस्था वालों में बुधवार दोपहर को गढ्ढा खोदा व रात करीब 12 बजे चुपके से पौधा लगा दिये. इधर पथरा गांव के लिए ऑटो में लाये जा रहे काजू के पौधे को देख मीना देवी ने जसीडीह थाना प्रभारी को सूचना दी. पुलिस के पहुंचने से पहले संस्था कर्मियों ने पथरा गांव में 50 से अधिक पौधे लगा चुके थे. बगैर सूचना दिये पौधा लगाते देख लाभुकों ने विरोध जताना शुरू कर दिया. इसी क्रम में जसीडीह थाने से एएसआइ बीएन पांडे के नेतृत्व में पुलिस बल पथरा गांव पहुंची. पुलिस को देख रचना संस्था के बिनोद कुमार ऑटो छोड़ भाग निकला. ऑटो में लगभग 100 की संख्या में काजू का पौधा पुलिस ने पाया. लाभुक राधे मोदी समेत कई लोगों ने पुलिस को बताया कि संस्था वाले बगैर अनुमति के उनकी जमीन पर गुरुवार की सुबह से ही जबरन पौधा लगाना शुरू कर दिया. मालेडीह के लाभुक गौतम ठाकुर ने पुलिस को बताया कि गलती छुपाने के लिए संस्थाकर्मियों ने मालेडीह व कोकहराजोरिया में रात में जबरन पौधा लगा दिया है. एएसआइ ने ग्रामीणों के हंगामे को शांत कराते हुए कहा कि काजू की खेती के नाम पर हुई गड़बड़ी की उच्चस्तरीय जांच होने वाली है. जांच से पहले कोई भी पौधा लगाया तो संबंधित व्यक्ति पर पुलिस प्राथमिकी दर्ज करेगी. एएसआइ ने चौकीदार को निर्देश दिया कि अगर कोई पथरा, मालेडीह व कोकहराजोरी आदि गांव में काजू का पौधा लगाने आता है तो तुरंत थाने को सूचित करना है. पुलिस ने फिलहाल मजदूरों को चेतावनी देकर छोड़ दिया.
मालेडीह में विरोध करने पर लाभुक को मिली धमकी
मालेडीह में बुधवार की रात करीब 8:30 बजे रचना संस्था के कर्मी बोलेरो व बाइक में सवार होकर आये. सभी मजदूरों को देवघर से ही साथ लेकर आये थे. रात में मजदूर गौतम ठाकुर की जमीन पर गड्ढा खोद कर काजू का पौधा लगाना शुरू कर दिया. इसकी सूचना मिलने पर गौतम ठाकुर अपनी जमीन पर पहुंचे व विरोध जताया. गौतम के अनुसार सभी लोगों ने गाली-गलौज कर जान मारने की धमकी भी दी. संस्था कर्मियों ने हड़काते हुए कहा कि राज्य के एक बड़े आइएएस उनकी संस्था के अभिभावक हैं. इस दौरान गौतम की जमीन पर करीब 50 काजू के पौधे लगा दिये. विरोध करने पर कर्मी वापस लौट गये. गौतम ने इसकी सूचना देवघर एसडीओ को भी लिखित रुप से दी.
जांच में देरी कर संस्था को दिया गया मौका : ठाकुर
गौतम ठाकुर ने कहा कि उनकी जमीन पर बगैर काजू का पौधा लगाये राशि की निकासी की शिकायत डीसी से की थी. इसमें डीसी ने तत्परता दिखते हुए एनइपी निदेशक इंदु रानी को जांच का निर्देश दिया. लेकिन जांच अधिकारी अब तक स्थल पर जांच में नहीं पहुंची. श्री ठाकुर ने आरोप लगाया कि जांच अधिकारी जानबुझकर जांच में देरी कर रचना संस्था को पौधा लगाने का मौका दे रहे हैं. कल तक जिनकी जमीन परती थी, वहां रातों-रात पौधा लगाया जा रहा है.