देवघर: मोहनपुर थाना क्षेत्र के बासुकिनाथ रोड स्थित घोरमारा में घायल बच्चे के इलाज के लिए मुआवजा राशि देने की मांग लेकर करीब तीन घंटे जाम रहा.
इस दौरान बासुकिनाथ जाने वाले कांवरियों को तीन घंटे जाम में फंसा रहना पड़ा. छह सितंबर को घोरमारा बैंक मोड़ के पास राज किशोर मंडल के 10 वर्षीय पुत्र प्रत्युष कुमार को शिवशक्ति बस (ईआर12ए-7041) ने अपनी चपेट में ले लिया था. इससे प्रत्युष का पैर पहिये के नीचे आ गया था.
प्रत्युष की स्थिति गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे रांची रेफर कर दिया. उसके इलाज में लंबा खर्च है. प्रत्युष के परिजनों ने शिवशक्ति बस के मालिक से मुआवजा की मांग की थी. लेकिन बस मालिक केवल आश्वासन दे रहा था. इससे आक्रोशित परिजनों ने गुरुवार को सुबह सात बजे इस रूट में चलने वाली शिव शक्ति कंपनी के बसों को रोकना शुरू किया. लेकिन धीर-धीरे परिजनों ने सभी वाहनों को रोक दिया. करीब ढाई घंटा बीतने के बाद कांवरियों के सब्र का बांध टूटा व बसों में तोड़फोड़ कर दी. इस दौरान कांवरियों व परिजनों में नोक -झोंक भी हुई.
इसकी सूचना मिलने पर मोहनपुर थाना प्रभारी अजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस घोरमारा पहुंची. पुलिस ने शिव शक्ति कंपनी की बस को छोड़ पहले कांवरियों समेत अन्य यात्री गाड़ियों को जाम से निकाला. शिव शक्ति बस में सवार कांवरियों को भी दूसरे वाहन से भेजा गया. उसके बाद परिजनों व बस मालिकों में समझौता हुआ. इस दौरान शिव शक्ति कंपनी के करीब दर्जन भर बसों को छह घंटे तक रोके रखा था. समझौते के बाद शिव शक्ति कंपनी की बस भी निकली.