देवघर: चर्चित रोशनी-रश्मि (काल्पनिक नाम) रेप हत्याकांड का एक्जीविट (दोनों मृतका के वस्त्र) ही नहीं मिल पा रहा है. मामले को लेकर पुलिस व परिजन एक-दूसरे को कोसते रहे. बावजूद यह पता नहीं चल पाया कि एक्जीविट (दोनों मृतका के वस्त्र) कहां है. एक्जीविट की खोज में पुलिस ने श्मशान तक छान मारा. अंतिम संस्कार करानेवाले श्मशान के पंडित से भी पूछताछ की. वहीं दोनों मृतका के परिजनों से भी पुलिस ने इस संबंध में बातचीत की. फिर भी कुछ पता नहीं चल पाया.
पुलिस को आशंका है कि शव के अंतिम संस्कार के वक्त कहीं भूल से एक्जीविट भी नष्ट हो गया होगा. इस संबंध में पोस्टमार्टम करने वाले पोचू राम को भी बुला कर पूछताछ की. पोचू को लेकर पुलिस एक्जीविट की खोज में श्मशान भी गयी.
पूरे मामले में अनुसंधान अधिकारी पर ही अब सवाल उठ गया है. इधर, परिजनों का कहना है कि एक्जीविट की सुरक्षा कांड के अनुसंधान अधिकारी का काम है. उन्होंने रखा या गायब कराया, यह वही बता सकते हैं. परिजनों का यह भी कहना है कि अब तक के अनुसंधान से वे लोग संतुष्ट नहीं हैं.
शुरू से पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में रही है. कहीं जान बूझ कर आरोपितों को लाभ पहुंचाने के लिए भी एक्जीविट को गायब कराया गया होगा. मालूम हो कि हत्या व रेप कांड में मृतक के अंग वस्त्र को एक्जीविट के तौर पर जब्त कर रखने का काम पुलिस का होता है, जो अनुसंधान में पुलिस का पहला साक्ष्य है.