देवघर : पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य से बाहर आलू भेजने पर रोक लगा दी है. इस घोषणा के बाद से देवघर सहित पूरे झारखंड में आलू की आवक कम हो गयी. इसके बाद शहर में आलू की कमी होने व कीमत बढ़ने के आसार प्रबल हो गये हैं.
वर्तमान में शहर की सब्जी मंडियों में आलू 20 से 22 रुपये प्रति किलो व थोक में 1620 से 1650 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहे हैं. मगर आवक कम होने पर कीमत तेज होने की संभावना बन गयी है. कृषि उत्पादन बाजार समिति, गणोश मार्केट सहित शहर के अन्य व्यापारिक स्थलों के थोक व्यापारी व राज्य के बड़े व्यापारी सरकार से पहल की आस लगाये बैठे हैं. मगर अब तक कुछ नहीं हुआ है.
ऐसे में शहरवासियों की चिंता बढ़ गयी है. लोग इस महंगाई में नयी समस्या ङोलने को तैयार नहीं दिख रहे हैं. लोगों का कहना है कि सरकार व प्रशासन को इस दिशा में पहल करने की आवश्यकता है. अन्यथा यहां के थोक व्यापारी व खुदरा सब्जी विक्रेता जनता की गाढ़ी कमाई से थोड़ा सा हिस्सा और निकाल लेंगे.
बंगाल के अलावा यूपी व पंजाब बड़ा उत्पादक
देश में पश्चिम बंगाल, यूपी, पंजाब सबसे बड़ा आलू उत्पादक प्रदेश है. कुछ हिस्सा हिमाचल प्रदेश में उत्पादित होता है. यूपी व पंजाब से यहां आलू मंगाने पर खर्चा बहुत ज्यादा होने के कारण वहां से आवक नहीं होती है. ऐसे में झारखंड के अलावा असम, ओड़िशा व बिहार के कुछ जिले बंगाल के आलू पर आश्रित हैं. इस वजह से बंगाल में भी आलू की कीमतों में डेढ़ रुपये से दो रुपये का उछाल आ गया था. इसी कारण वहां निर्यात पर रोक लगायी गयी है.