अभिलेखागार चोरी कांड
देवघर : देवघर भूमि घोटला से जुड़े अभिलेखागार चोरी कांड के मामले में सीबीआइ ने धनबाद कार्यालय में पूर्व अभिलेखागार प्रभारी मिथिलेश झा व आरोपित सुनील पोद्दार से पूछताछ की. सीबीआइ अधिकारियों के बुलावे पर दोनों धनबाद सीबीआइ कार्यालय गये थे.
दोनों से घंटों तक सीबीआइ अधिकारियों ने पूछताछ की है. सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में सीबीआइ के अधिकारियों ने अभिलेखागार चोरी कांड के आरोपित सुनील पोद्दार से पूछा है कि क्या प्लानिंग के साथ अभिलेखागार से दस्तावेज की चोरी कर जलाया गया? चूंकि सीबीआइ को जांच में पता चला है कि चोरी के घटना के दिन सुनील पोद्दार को जिला स्थापना शाखा से दोपहर में अभिलेखागार बुलाया गया था.
सुनील को अभिलेगार में किसी दस्तावेज जमीन की सर्टिफाइड कॉपी निकालने के लिए पुराने दस्तावेज को तलाशने के नाम पर बुलाया गया था व उसी रात को अभिलेखागार से दस्तावेजों की चोरी हुई. बताया जाता है कि अभिलेखागार प्रभारी मिथिलेश झा से पूछा गया कि एक तो सुनील पोद्दार से उसके पिता ज्योतिंद्र पोद्दार के स्थान पर स्थापना शाखा में काम लिया गया व बाद में उसे किस आधार पर घटना के दिन स्थापना शाखा से अभिलेखागार बुलाया गया.
सुनील ने मूल दस्तावेज का पन्ना भी फाड़ा था
सूत्रों के अनुसार सीबीआइ इस बिंदु पर जांच कर रही है कि कहीं पूरी प्लानिंग के साथ तो अभिलेखागार चोरी कांड का अंजाम तो नहीं दिया गया. चूंकि जांच की दिशा नियम के विरुद्ध किये गये सारे कार्यो के इर्द-गिर्द ही घूम रहा है. अब सीबीआइ जांच की केंद्र बिंदु चोरी की घटना के दिन सुनील पोद्दार का अभिलेखागार आना व रात में दस्तावेज की चोरी होना तथा सुनील पोद्दार के घर से ही जले हुए दस्तावेज का अवशेष मिलना है.
सूत्रों के अनुसार सीबीआइ को यह भी पता चला है कि सुनील पोद्दार को चोरी की घटना से कुछ दिनों पहले ही अभिलेखागार से जमीन के एक मूल दस्तावेज का पन्ना फाड़ देने के आरोप में हटाया गया था. लेकिन इस मामले को क्यों दबाया गया व इसमें क्या कार्रवाई हुई यह भी सीबीआइ पूर्व अभिलेखागार प्रभारी से जानने का प्रयास कर रही है.