देवघर: मोहनपुर प्रखंड के तुम्बावेल पंचायत कार्यालय में सोमवार को मनरेगा मजदूरों ने मजदूरी भुगतान में हुई विलंब से तंग आकर मुखिया उषा देवी, पंचायत सेवक प्रभु हांसदा व रोजगार सेवक नरेश दास को बंधक बना लिया.
दरअसल मजदूरों ने विभाग के रवैये से तंग आकर पंचायत कार्यालय के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया. पंचायत कार्यालय के अंदर मुखिया, पंचायत सेवक व रोजगार सेवक पंचायत के कार्यो को निबटा रहे थे. करीब आधे घंटे बाद मुखिया ने बीपीओ वंदना मिश्र से मजदूरों को फोन पर बात कराया, उसके बाद मजदूरों ने दरवाजा खोला. विरोध करने वालों में अधिकांश तुम्बावेल पंचायत के पथरी व हिंडोलावरण गांव के मनरेगा मजदूर थे. मजदूरों का कहना था कि लगभग आधा दर्जन मनरेगा सिंचाई कूप का खुदाई का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, बावजूद भुगतान लंबित है.
मजदूरी के लिए बार-बार चक्कर लगाना पड़ रहा है. यह स्थिति मोहनपुर प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में है. मुखिया उषा देवी ने कहा कि एफटीओ सिस्टम लागू होने के बाद मनरेगा की भुगतान प्रक्रिया में काफी विलंब हो रहा है. मजदूरों को समय पर मजदूरी नहीं मिलने से इनके समक्ष आर्थिक समस्या आ रही है. बीपीओ ने मजदूरों को आश्वासन दिया कि राशि की कमी के कारण भुगतान में देर हो रही थी. राशि प्राप्त हो चुकी है, अब जल्द ही भुगतान कर दिया जायेगा.