देवघर : देवघर के बड़े पेड़ा दुकानों व सिंदूर फैक्टरी में गुरुवार को आयकर विभाग का सर्वे हुआ. आयकर विभाग की तीन टीम ने शहर के पार्वती पेड़ा भंडार, गंगा साह पेड़ा भंडार, भागीरथ साह पेड़ा भंडार, महावीर पेड़ा भंडार व गंगा सिंदूर फैक्टरी में सर्वे किया. आयकर की टीम सुबह से देर शाम तक सर्वे करती रही. सर्वे की शुरुआती जांच में पेड़ा बेचने वाले प्रतिष्ठानों द्वारा कर वंचना का खुलासा हुआ है. आयकर रिटर्न से संबंधित दस्तावेजों की छानबीन में आय छिपाने के साक्ष्य मिले हैं.
आयकर टीम ने पेड़ा दुकानों के स्टॉक रजिस्टर व बुक्स ऑफ एकाउंट को भी खंगाला. स्टॉक के अनुसार माल की बिक्री में बड़ी खामियां मिल है. श्रावणी मेला के दौरान मां पार्वती पेड़ा भंडार, गंगा साह पेड़ा भंडार, महावीर साह पेड़ा भंडार व भागीरथ साह पेड़ा भंडार ने दस्तावेजों में पेड़ा की बिक्री काफी कम दिखायी है. दस्तावेजों की छानबीन में पता चला है कि इन दुकानों के प्रोपराइटर ने श्रावणी मेला के दौरान पेड़ा की बिक्री 10 हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक दर्शाया है. विभाग के अनुसार, मेला के दौरान इन दुकानों में लाखों रुपये की बिक्री हुई है, जिसे छिपाया गया है. देर शाम आकलन के अनुसार, आयकर विभाग महावीर पेड़ा भंडार में करीब पांच लाख रुपये टैक्स व अन्य सभी पेड़ा दुकानों में एक-एक लाख रुपये टैक्स जमा करने का नोटिस तैयार किया है. टैक्स जमा लेने के बाद इन दुकानों पर जुर्माना भी लगाया जायेगा.