देवघरः झारखंड अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ देवघर ने पूर्व डीएसइ के खिलाफ मोरचा खोल दिया है. हालांकि संघ की यह लड़ाई काफी दिनों से चलती आ रही है. इधर एक बार फिर संघ ने पूर्व डीएसइ के खिलाफ जांच की मांग की है. संघ के संयुक्त सचिव कुमोद कुमार झा ने वर्तमान डीएसइ को पत्र लिखकर मांग की है कि पूर्व डीएसइ शिवेंद्र कुमार के कार्यकाल के दौरान हुई स्थापना समिति की प्रोसिडिंग की पूरी जांच हो.
क्योंकि पूर्व डीएसइ ने अपने पद एवं अधिकार का दुरुपयोग कर देवघर डीसी को अंधकार में रखकर, गुमराह कर, विभागीय राज्यदेश के नियमावली के अधीन गठित जिला शिक्षा स्थापना समिति के नियम विरुद्ध बैठक दर्शाया है. बैठक में जो प्रोसिडिंग दर्शायी गयी है उसमें कई प्रकार की त्रुटियां हैं. आरटीआइ से मिली सूचना मांगी गयी लेकिन सूचना नहीं दी गयी.
संघ ने आरोप लगाया है कि पूर्व डीएसइ ने जालसाजी कर 17.7.10 के तथाकथित प्रोन्नति नियमावली-1993 की बैठक में नियम विरुद्ध शिक्षकों के सेवा समाप्ति/बर्खास्तगी/अनुशासनिक कार्रवाई का निर्णय दिखाकर अपने कार्यालय से इस आशय का पत्र भी जारी कर दिया. इसी तरह कई प्रकार के आदेश जारी किये गये हैं जो नियमानुकुल नहीं हैं. इसलिए 17.7.10 के जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक की जांच कार्यपालक दंडाधिकारी स्तर के अफसर की तीन सदस्यीय समिति से करायी जाये. संघ इसके खिलाफ दो से सात जून तक पांच दिनों के सांकेतिक धरना पर बैठेंगे.