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एंबुलेंस से होती थी शराब की तस्करी, दो गाड़ियों को जब्त कर पुलिस ले गयी नगर थाना
देवघर : भारी मात्रा में विदेशी शराब जब्त मामले में पुलिस की तहकीकात जारी है. पुलिस को पता चला है कि रघुनाथ रोड से मेड इन हरियाणा के रॉयल स्टैग व इंपीरियल ब्लू ब्रांड की शराब बिहार ले जाने में यदा-कदा एंबुलेंस और भारत सरकार लिखे वाहन का भी प्रयोग होता था. रविवार दोपहर में […]
देवघर : भारी मात्रा में विदेशी शराब जब्त मामले में पुलिस की तहकीकात जारी है. पुलिस को पता चला है कि रघुनाथ रोड से मेड इन हरियाणा के रॉयल स्टैग व इंपीरियल ब्लू ब्रांड की शराब बिहार ले जाने में यदा-कदा एंबुलेंस और भारत सरकार लिखे वाहन का भी प्रयोग होता था. रविवार दोपहर में नगर पुलिस ने घटनास्थल के बगल में छापेमारी की और एंबुलेंस समेत दोनों वाहनों को जब्त कर नगर थाना ले गयी.
नगर पुलिस दोनों वाहनों की जांच-पड़ताल कर रही है. वाहनों को थाना ले जाने के बाद भारत सरकार लिखे सूमो गाड़ी का कागजात लेकर पुलिस के पास एक व्यक्ति पहुंचा और पावर ग्रिड कार्य के लिए रांची से एग्रीमेंट के कागजात पुलिस के पास प्रस्तुत किया. हालांकि समाचार लिखे जाने तक पुलिस कागजात प्रस्तुत करने वाले व्यक्ति के दावे से संतुष्ट नहीं हो सकी है.
पुलिस ने उससे पूछा कि अगर पावर ग्रिड कार्य के लिए किसी कंपनी ने गाड़ी का एग्रीमेंट किया, तो फिर उसपर भारत सरकार लिखने का क्या औचित्य है. पुलिस ने उससे पूछा कि घटनास्थल पर गाड़ी कैसे लगी, तो कहा गया कि ब्रेकडाउन के बाद वहां गाड़ी खड़ी की. बावजूद पुलिस की जांच जारी है. नगर पुलिस के अनुसार अब तक एंबुलेंस का कोई कागजात किसी ने प्रस्तुत नहीं किया. एंबुलेंस की भूमिका अब तक पुलिस जांच में संदिग्ध है.
हर महीने दो ट्रक से उतरता था शराब
पुलिस को यह भी पता चला है कि रघुनाथ रोड स्थित जिस घर से अवैध शराब जब्त किया गया, वहां से यह धंधा कई महीने से चल रहा था. हर महीने दो बड़े ट्रकों से वहां शराब उतारकर स्टॉक किया जाता था. इसके बाद छोटे वाहनों से अवैध शराब खपाने के लिए बिहार भेजा जाता था. बिहार तक शराब पहुंचाने में एंबुलेंस व भारत सरकार लिखे वाहनों का भी प्रयोग किया जाता था. ऐसा पुलिस गश्ती से बचने के लिए कारोबारी द्वारा किया जाता था, ताकि एंबुलेंस व भारत सरकार लिखी गाड़ी पर कोई पुलिस-प्रशासन वाले रोके नहीं.
आरोपितों की तलाश में छापेमारी सभी मिले फरार
नगर पुलिस ने अवैध शराब के आरोपितों मकान मालिक मोहन अड़ेवार समेत रघुनाथ रोड झौसागढ़ी निवासी बबलू झा, बिहार अंतर्गत बांका जिले के अमरपुर निवासी पीयूष सिंह, वीआइपी चौक में रहने वाले बिहार के ही जमुई जिले के गिद्धौर निवासी सत्यम सिंह, मोनू व जसीडीह थाना क्षेत्र के सिमरिया निवासी रंजन दुबे की तलाश में छापेमारी की. सभी आरोपित घर से फरार मिले. पुलिस के अनुसार मकान मालिक व बबलू के सही नाम-पता की जानकारी कर ली गयी है. डायरी में लाने के बाद उनलोगों के नाम-पता का सत्यापन किया जायेगा, फिर वारंट, इश्तेहार व कुर्की भी निकलवायी जायेगी.
शराब की गाड़ी के आगे-आगे बाइक वाले करते थे एस्कार्ट
पुलिस को विश्वस्त सूत्रों ने यह भी सूचना दी गयी है कि बिहार तक शराब पहुंचाने में कारोबारी द्वारा बड़ी ही चालाकी बरती जाती थी. रघुनाथ रोड से बिलासी टाउन होकर शराब लोड छोटी गाड़ियां टेंपो, मालवाहक पिकअप, एंबुलेंस आदि सीधे भुरभुरा चौक में निकलती थी. आगे खिजुरिया मोड़ होकर कांवरिया पथ में घुसती थी और सीधे दर्दमारा के आगे चांदन थाना क्षेत्र में निकल जाती थी.
गाड़ी को अच्छी तरह ढक कर तिरपाल से बांधा जाता था. शराब लोड गाड़ी के आगे बाइकर्स नौजवान एस्कार्ट करते थे और पीछे से दूसरे वाहन पर भी कारोबारी के आदमी चलते थे. दोनों तरफ शराब गाड़ी का एस्कार्ट करने वाले कारोबारी के आदमी मोबाइल पर संपर्क में रहते थे. वे लोग चलती गाड़ी में कान में ब्लूटूथ व माइक्रोफोन लगाये रहते थे ताकि गाड़ी चलाने में उनलोगों को कोई कठिनाई नहीं हो.
शराब गाड़ी को वे लोग रास्ते में किधर पुलिस है, किधर नहीं, इसकी पल-पल की जानकारी देते थे. एक बार तो पुलिस की गश्ती देख उनलोगों ने बीच रास्ते से ही शराब की गाड़ी घटनास्थल से वापस करा दिया था. इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी है.
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