Advertisement
संतालपरगना में नहीं है सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल
देवघर : स्वास्थ्य सुविधाओं से संतालपरगना का इलाका वंचित रहा है. देवघर सहित संताल परगना के स्वास्थ्य संबंधी सूचकांक देश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में सर्वाधिक खराब है. उदाहरण के लिए देखा जाये तो शिशु मृत्यु-दर (आइएमआर) सूचकांक के अनुसार-देवघर 40, गोड्डा 64, साहेबगंज-59, पाकुड़-59, दुमका-45 (राष्ट्रीय शिशु मृत्यु-दर 22 की तुलना में) है. […]
देवघर : स्वास्थ्य सुविधाओं से संतालपरगना का इलाका वंचित रहा है. देवघर सहित संताल परगना के स्वास्थ्य संबंधी सूचकांक देश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में सर्वाधिक खराब है. उदाहरण के लिए देखा जाये तो शिशु मृत्यु-दर (आइएमआर) सूचकांक के अनुसार-देवघर 40, गोड्डा 64, साहेबगंज-59, पाकुड़-59, दुमका-45 (राष्ट्रीय शिशु मृत्यु-दर 22 की तुलना में) है.
इसके अलावा इन छह जिलों के संबंध में मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) का दूसरा उदाहरण 325 है (राष्ट्रीय मातृ मृत्यु-दर 178 की तुलना में). देवघर तथा आसपास के जिलों में कुष्ठ तथा कालाजार रोग के विभिन्न मामले अब भी हैं. इसके अलावा क्षेत्र में कोई सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल भी ंहीं है. सबसे निकटवर्ती अस्पताल रांची में है, इसमें मात्र 16 विभाग(न्यूनतम 33 के मुकाबले)हैं. अत: देश के सतत विकास उद्देश्यों (एसडीजी) को हासिल करने में इसकी सहायतार्थ देवघर में एक नये एम्स की स्थापना आवश्यक है.
अच्छी कनेक्टिविटी : इन 13 जिलों के वंचित लोगों की सेवा करने की अपनी आदर्श अवस्थिति के अलावा देवघर सड़क मार्ग और रेल मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा है. देवघर शहर तीन राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच-133, एनएच-333 और एनएच-114) के इंटरसेक्शन पर स्थित है तथा इसमें कई राज्य राजमार्ग हैं जो जिले को जोड़ते हैं.
प्रस्तावित स्थल भी स्टेट हाइ-वे (एमडीआर-235) के साथ साथ लगती है. इसके अतिरिक्त देवघर(जसीडीह) जंक्शन दिल्ली-कोलकाता लेन सहित 05 भिन्न भिन्न रेल लाइनों के इंटरसेक्शन पर है. नगर से सुगम यात्रा के लिए चार रेल उपरी पुल का निर्माण कार्य चल रहा है. इसके अलावा देवघर एयरपोर्ट विस्तार परियोजना अंतिम पड़ाव पर है, इसका काम तेज गति से चल रहा है. 2018 के अंत तक यह एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है.यह एयरपोर्ट एम्स के प्रस्तावित स्थल से मात्र आठ किमी की दूरी पर होगा.
क्षेत्र में संरचना का होगा विकास
विकास की दृष्टि से देवघर जिला केंद्र व राज्य सरकार दोनों की प्राथमिकता सूची में है. शहरी विकास मंत्रालय के अटल मिशन फॉर रिजूवनेशन एंड अर्बन ट्रासफॉरमेशन तथा पर्यटन मंत्रालय के नेशनल मिशन फॉर पिलग्रिमेज रिजूवनेशन एंड स्पीरिचुअल आगेमेंटेशन ड्राइव स्कीम का हिस्सा है. देवघर एयरपोर्ट के अलावा राज्य सरकार ने जिले में 4000 मेगावाट अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट के निर्माण के लिए विद्युत मंत्रालय के साथ समझौता पर भी कर दिया है.
देवघर में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन(डीआरडीओ) का एक सामरिक अनुसंधान केंद्र भी है. साथ ही प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान जैसे बीआइटी देवघर, प्रस्तावित फुट एंड टेक्नोलॉजी पार्क, फैशन डिजाइन स्टूडियो, संस्कृत विश्वविद्यालय, इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर एंड ट्रेड सेंटर की भी स्थापना होना है. बड़ी विद्युत परियोजना में गोड्डा में अडानी पावर प्लांट भी स्थापित हो रहा है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement