पाकुड़ः जिला मुख्यालय के गोकुलपुर आम बागीचा में झारखंड मुक्ति मोरचा कार्यकर्ता व समर्थकों की मंथन बैठक रविवार को हुई. बैठक में झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री साइमन मरांडी, पूर्व विधायक सुशीला हांसदा, दिनेश विलियम मरांडी सहित हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा व गोपीकांदर के लगभग एक हजार कार्यकर्ता व समर्थकाें ने हिस्सा लिया. बैठक में विजय हांसदा को लेकर चर्चा की गयी.बैठक में मौजूद कार्यकर्ता व समर्थकों ने पार्टी की नीतियों की भी जमकर आलोचना की.
अपने संबोधन में श्री मरांडी ने कहा : झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन पेटू व दलाल प्रवृत्ति के नेता हो गये हैं. विजय हांसदा को पार्टी ने क्यों टिकट दिया इस पर पार्टी शिबू व हेमंत सोरेन खुलेआम बहस करें. श्री मरांडी ने कहा : शिबू सोरेन को ईमानदार नेता समझ कर हमने संताल परगना में लाया और उन्हें राजनीतिक जमीन दी.
गुरुजी अपने परिजनों को टिकट दिया, हमने बेटे के लिए मांगा को क्या गुनाह किया
साइमन ने कहा : जब गुरुजी अपने परिजनों को टिकट देकर विधायक बना सकते हैं, तो हमने अपने बेटे के लिए टिकट मांग कर क्या गुनाह किया. शिबू सोरेन आदिवासी विरोधी हो गये है. यदि पार्टी सुप्रीमो व हेमंत सोरेन ने अपनी नीति नहीं बदली तो आनेवाले विधानसभा चुनाव में उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.
पार्टी में नैतिकता बची है तो तुरंत हमें निकाले : साइमन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा : वे अब झामुमो में रहनेवाले नहीं हैं. पार्टी में तनिक भी नैतिकता बच गयी हो तो तुरंत उन्हें निकाल दे. हमने राज्य में झामुमो नेतृत्व की सरकार व हेमंत को मुख्यमंत्री बनाने में जो कार्य किया है, उसे संगठन के सभी लोग जानते है. गुरुजी को भविष्य की चिंता सता रही है. इसलिए वे अभी से ही नमो-नमो का रट लगा रहे हैं. मंथन बैठक को पार्टी के दिनेश मुर्मू, किन्हु हेंब्रम, मंटू भगत, नारायण भगत, मो जावेद आदि ने भी संबोधित किया. बैठक को सफल बनाने में मोहनलाल भगत, संतोष भगत, प्रदीप राय, अशोक भगत, छोटू अंसारी, सज्जाद अंसारी सहित दर्जनों ने सक्रिय भूमिका निभायी.