देवघर: गुरुकुल महाविद्यालय सातर की जमीन पर भू-माफियाओं की नजर है. बंगाल आर्य प्रतिनिधि सभा के एक सदस्य स्थानीय भू-माफियाओं के साथ मिलकर जमीन को बेचने की साजिश कर रहे हैं. इसलिए प्रशासन गुरुकुल की जमीन को बिकने से बचाये. उक्त बातें डीसी देवघर को पत्र लिखकर बिहार राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा के मंत्री रमेंद्र कुमार गुप्ता ने कही है.
अपने पत्र में मंत्री ने कहा कि गुरुकुल महाविद्यालय पर बंगाल, बिहार व झारखंड की आर्य प्रतिनिधि सभा का बराबर का हक है. उक्त महाविद्यालय से संबंधित किसी भी प्रकार का निर्णय लेने में बिहार राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा की समान सहभागिता है. बिहार राज्य आर्य सभा नहीं चाहती है कि यह जमीन बिके, क्योंकि यह शिक्षण संस्थान काफी पुराना है और गुरुकुल की परंपरा का निवर्हन आज भी कर रहा है.
इसका जीर्णोद्धार करने के बजाय कुछ लोग इसे बेचने की फिराक में हैं. उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की 25-26 एकड़ जमीन का सौदा देवघर के ही किसी भू-माफिया से किया जा रहा है. यह कार्य फरजी, अनैतिक और अवैधानिक है. मंत्री ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि बंगाल आर्य प्रतिनिंधि सभा के कुछेक सदस्यों द्वारा गुरुकुल सातर की जमीन के किसी भी अंश की बिक्री की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगायी जाये तथा संबंधित विभाग व अधिकारियों को आदेश दिया जाये कि एक शिक्षण संस्था की जमीन के विक्रय की कार्रवाई न की जाये.