देवघर: देवघर निबंधन कार्यालय में डेढ़ माह बाद छह मई से जमीन की रजिस्ट्री चालू हो गयी. हालांकि अभी केवल बसौड़ी जमीन की रजिस्ट्री हो रही है. शेष अन्य लाखराज, कामत, एलए, बकास्त आदि प्रकृति की जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो रही है.
बताया जाता है कि पूर्व में ऑनलाइन प्री रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था थी. इस व्यवस्था के तहत आवेदक कंप्यूटर व लैपटॉप की मदद से घर बैठे डाटा इंट्री कर कंप्यूटर जनित आइडी प्राप्त करते थे व बाद में इस आइडी की मदद से निबंधन कार्यालय में रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू होती थी. लेकिन देवघर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण इस व्यवस्था से आवेदकों की संख्या कम पड़ रही थी. तकनीकी गड़बड़ी के कारण ही ऑन लाइन प्री रजिस्ट्रेशन के जरिये लोगों को रजिस्ट्रेशन का भुगतान राशि अटक रहा था. इसमें लोगों में राशि फंसने का भय था. इससे देवघर में जमीन की रजिस्ट्री रुकी हुई थी.
अंत में राज्य स्तर पर इसकी समीक्षा के बाद उप निबंधन महानिरीक्षक के निर्देशानुसार पूर्व की भांति मैनुअल तरीके से रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया. अवर निबंधक प्रफुल कुमार ने बताया कि अब दोनों व्यवस्था से जमीन की रजिस्ट्री होगी. इसमें ऑन लाइन प्री रजिस्ट्रेशन कराने वालों आवेदकों को अग्र मान्यता दी जायेगी. अब मैनुअल आवेदकों को निबंधन कार्यालय में ही रजिस्ट्री चार्ज भुगतान करना होगा. इधर लाखराज, कामत, एलए व बकास्त जमीन की रजिस्ट्री चालू नहीं होने के संदर्भ में अवर निबंधक ने बताया कि यह मामला उपायुक्त के विधि विशेषज्ञ के अधीन है. उपायुक्त के निर्देशानुसार ही इस पर कुछ कार्य हो सकता है.