मिट्टी जांच के अधिकारी राकेश कुमार व लैब इंचार्ज श्रीराम कुमार ने बताया कि जिले में अधिकतर स्थानों पर धान की फसल कट चुकी है. साथ ही लगभग सभी प्रखंड के मिट्टी की जांच की जा चुकी है. जांच में पाया गया कि सारठ प्रखंड की मिट्टी गेंहू के लिए सबसे बेहतर है. वहीं सारवां प्रखंड के लोगों के लिए सब्जी उपजाना फायदेमंद होगा. दोनों प्रखंड के मिट्टी में पोषक तत्व आधिक है. इस मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस व पोटॉशियम पर्याप्त मात्रा में है.
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सारठ की मिट्टी गेहूं व सारवां की मिट्टी सब्जी के लिए बेहतर
जसीडीह: वैज्ञानिक खेती से किसानों को काफी फायदा मिल रहा है. अब किसान मिट्टी की जांच कर उसे के अनुरूप खेती कर रहे हैं. इससे उन्हें अधिक से अधिक उपज प्राप्त हो रहा है. देवघर प्रखंड परिसर में मिट्टी जांच परीक्षण केंद्र से जिले के हजारों किसान प्रति वर्ष लाभांवित हो रहे है. किसान वैज्ञानिक […]
जसीडीह: वैज्ञानिक खेती से किसानों को काफी फायदा मिल रहा है. अब किसान मिट्टी की जांच कर उसे के अनुरूप खेती कर रहे हैं. इससे उन्हें अधिक से अधिक उपज प्राप्त हो रहा है. देवघर प्रखंड परिसर में मिट्टी जांच परीक्षण केंद्र से जिले के हजारों किसान प्रति वर्ष लाभांवित हो रहे है. किसान वैज्ञानिक पद्धति से खेती कर कम लागत में ही दो से तीन गुणा अधिक मुनाफा कमा रहे हैं. इसमें मिट्टी की जांच काफी मददगार साबित हो रही है.
मिट्टी जांच के अधिकारी राकेश कुमार व लैब इंचार्ज श्रीराम कुमार ने बताया कि जिले में अधिकतर स्थानों पर धान की फसल कट चुकी है. साथ ही लगभग सभी प्रखंड के मिट्टी की जांच की जा चुकी है. जांच में पाया गया कि सारठ प्रखंड की मिट्टी गेंहू के लिए सबसे बेहतर है. वहीं सारवां प्रखंड के लोगों के लिए सब्जी उपजाना फायदेमंद होगा. दोनों प्रखंड के मिट्टी में पोषक तत्व आधिक है. इस मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस व पोटॉशियम पर्याप्त मात्रा में है.
12 तरह की होती है जांच
मिट्टी जांच प्रक्रिया में प्रत्येक साल 10 हजार किसानों की मिट्टी की जांच की जानी है. जिसमें मार्च 17 से अबतक 8591 किसानों की मिट्टी की जांच की जा चुकी है. शेष का कार्य चल रहा है. जांच प्रक्रिया में मिट्टी के अलग-अलग 12 चीजों की जांच की जा रही है. इसमें हाइड्रोजन, विद्युत चालक, कार्बन की मात्रा, नाइट्रोजन, पोटॉशियम, सल्फर, बोरॉन, आयरन, मैगनीज, कॉपर व जिंक मुख्य रूप से शामिल है. जांच प्रक्रिया में लैब के प्रीतम कुमार राव, विवेक कुमार, अजय कुमार, विजय कुमार को लगाया गया है.
मिट्टी जांच प्रक्रिया में लगे हैं दो-दो कर्मी
मिट्टी जांच प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए प्रत्येक प्रखंड में दो-दो कर्मी को लगाया गया है. यह पंजीकृत किसानों से संपर्क कर उनके खेतों से जांच करने के लिए मिट्टी अपने साथ लाते हैं. जिसकी जांच कर रिपोर्ट आने के बाद जिला कृषि पदाधिकारी के माध्यम से संबंधित किसानों को रिपोर्ट पत्र के साथ सौंप दिया जाता है.
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