वहीं डोर टू डोर कचरा उठाव के लिए युजर्स चार्ज लेने का विरोध करने पर तत्काल बगैर शुल्क डोर-टू-डोर कचरा उठाव शुरू करने पर सहमति बनी. पार्षद वशिष्ठ नारायण सुमन ने ट्रायल के रूप में बिना शुल्क डोर-टू-डोर कचरा उठाव की सलाह दी. तीन घंटे चली बैठक में हंगामा के दौरान सीइओ संजय कुमार सिंह व डिप्टी मेयर बीच-बचाव करते रहे. वहीं कई मुद्दों पर पार्षद एकजुट भी दिखे. हिरणा मुहल्ला का नाम महादेव कॉलोनी रखने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया. इसका सर्वप्रथम पार्षद शहनाज प्रवीण ने विरोध किया, जिस पर सभी ने सहमति दी.
इसके बाद से पार्षद शैलजा देवी ने अब तक पूरे निगम क्षेत्र में एलइडी नहीं लगने का मामला उठाया. पार्षद मंजू देवी अपने वार्ड में एलइडी नहीं लगने पर विरोध दर्ज करते हुए बैठक से निकल कर नीचे बैठ गयी. पार्षद सुभाष राणा व कार्तिक यादव भी अपना समर्थन जताते हुए मंजू देवी के साथ बैठक से निकल गये. इसके बाद सीइओ, डिप्टी मेयर नीतू देवी, पार्षद रीता चौरसिया, दिनेश यादव, वशिष्ठ नारायण सुमन आदि के मनाने पर तीनों पार्षद वापस बैठक में शामिल हुए.