सारठ: असहना गांव में चल रहे श्री-श्री 108 शिव शक्ति महायज्ञ में प्रवचन देने आदि गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती जी पहुंचे. ग्रामीणों ने शंकराचार्य की पुष्प वर्षा से स्वागत किया. स्वामी जी ने यज्ञ मंडप व काली मंदिर पहुंच कर पहुंच कर प्रणाम किया. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि देश में व्याप्त भय, भूख व भ्रष्टाचार से त्रस्त देश की जनता को निजात दिलाने के लिए धर्म नियंत्रित राजनीति हो तभी भारत दुनिया का नेतृत्व व मार्गदर्शन में सक्षम होगा.
उन्होंने कहा कि शिव व शक्ति अभेद्य हैं. शिव के बिना शक्ति सक्रिय भूमिका अदा नहीं कर सकते. नवरात्रि में शक्ति की उपासना राष्ट्र को असीमित शक्ति देती है.
शक्ति की उपासना से भारत की खोयी गरिमा प्राप्त हो सकती है. सुसुप्त पड़ी धरा शक्ति को जाग्रत कर राष्ट्र विरोधी शक्ति का उन्मूलन करें. अच्छे राजनेता व जनता मिल कर 21 वीं सदी में विकसित राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें. मौके पर यजमान दानी प्रसाद राय, अनिता देवी, सोमनाथ मिश्र, दारी राय, प्रफुल राय, नलीन राय, अधिर राय, रामदेव साह, रंधीर राय, अनिल राय, अशोक राय, ओमप्रकाश साह, ओमप्रकाश मिश्र आदि थे.