देवघर : श्रावणी मेला में सतत व निर्बाध बिजली आपूर्ति की तैयारी धरी-धरी रह गयी. शनिवार को आधी रात के बाद जोरदार बारिश, वज्रपात व हवा की वजह से देवघर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति घंटों बाधित हो गयी. इसका खामियाजा देवघर के विद्युत उपभोक्ताओं को उठाना पड़ा. बावजूद इसके श्रावणी मेला में […]
देवघर : श्रावणी मेला में सतत व निर्बाध बिजली आपूर्ति की तैयारी धरी-धरी रह गयी. शनिवार को आधी रात के बाद जोरदार बारिश, वज्रपात व हवा की वजह से देवघर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति घंटों बाधित हो गयी. इसका खामियाजा देवघर के विद्युत उपभोक्ताओं को उठाना पड़ा. बावजूद इसके श्रावणी मेला में निर्बाध आपूर्ति का दावा फेल नजर आया.
हालांकि मूसलाधार बारिश व वज्रपात के कारण मेला क्षेत्र में रातभर अंधेरा पसरा रहा. सूचना मिलते ही विद्युत विभाग के पदाधिकारी व कर्मी सक्रिय हुये अौर रातभर मेहनत कर आपूर्ति बहाल करने में कड़ी मशक्कत की. इस बीच अहले सुबह चार बजे तक शहरी क्षेत्र के फीडरों को तो चालू करा दिया गया. मगर देवघर कॉलेज सब स्टेशन के अंतर्गत एक नंबर फीडर को चालू करने में भारी परेशानी हुई.
उसे सुबह आठ बजे तक चालू कराना संभव हुआ. इस बीच एक नंबर फीडर क्षेत्र के कई मुहल्लों में बिजली के अभाव में अंधेरा छाया रहा. बावजूद अंधेरा होने के बाद भी मेला ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मी सक्रिय थे. बताया जाता है कि बारिश व वज्रपात के कारण शहरी क्षेत्र के विकास नगर, कॉलेज आदि में ट्रांसफार्मर जल गया व पांच जगहों पर इंसुलेटर पंक्चर होने की जानकारी मिली थी. इस कारण रुटलाइन में अंधेरा छाया रहा अौर आम लोग पूरी रात अंधेरे में रहने को विवश हुये.
कहते हैं इई
मूसलाधार बारिश व वज्रपात के कारण अधिकांश फीडरों का इंसूलेटर पंक्चर हो गया था. कई जगह ट्रांसफार्मर भी जल जाने की सूचना है. ट्रांसफार्मर को दुरुस्त करने का काम जारी है. अंधेरे की समस्या को देखते हुए इंसूलेटरों को दुरुस्त कर आपूर्ति बहाल किया गया. हालांकि कॉलेज एक नंबर फीडर को चालू कराने में सुबह आठ बज गये.
-गोपाल प्रसाद, विद्युत कार्यपालक अभियंता, विद्युत
ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा असर
बारिश के साथ ग्रामीण इलाकों में हुए वज्रपात के कारण घंटो बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी. दिनभर इंसूलेटर व सेपारेटर की मरम्मति का काम चलता रहा. बावजूद समाचार लिखे जाने तक अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी.