देवघर: वित्तीय वर्ष 2013-14 के अंतिम दिन जिला कोषागार में विभागीय विपत्र जमा कर राशि की निकासी व सरेंडर के लिए कर्मियों की भीड़ लगी रही. देर रात तक कोषागार में काम चलता रहा. विभिन्न कार्यालय के प्रधान लिपिक व नाजिर फाइलों को लेकर कोषागार में जमे रहे.
योजना मद तथा गैर योजना मद की राशि की निकासी व सरेंडर के लिए होड़ लगी रही. देर रात तक देवघर में विभिन्न विभागों के लगभग पांच करोड़ रुपये सरेंडर किये गये. विकास योजनाओं की राशि खर्च करने में कई विभाग पीछे रहा. खर्च नहीं करने के कारण राशि विभाग को सरकार के खाते में वापस लौटाना पड़ा.
इसमें लगभग डेढ़ करोड़ रुपये गरीबों व किसानों से जुड़ी योजनाओं की है. इसमें कल्याण विभाग से 20 लाख रुपये अनुसूचित जाति के छात्रों की छात्रवृत्ति मद की राशि है. यह राशि मध्य विद्यालय के छात्रों को मिलनी थी. लेकिन प्रखंडों से छात्रों की सूची विभाग को समय पर प्राप्त नहीं होने के कारण राशि विभाग को लौटाना पड़ा.