करौं: प्रखंड के कृषि सभागार में बाल विकास परियोजना की ओर से किशोरी स्वास्थ्य व जीवन आशा पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस अवसर पर उपप्रमुख नित्यानंद यादव ने कहा कि स्वस्थ किशोरी ही आगे एक स्वस्थ मां बन सकती है.
कुपोषित बच्चों का विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है. साथ ही साथ बच्चों के लालन-पालन में खान-पान का खासा ख्याल रखने की जरूरत है. पर्यवेक्षिका सरिता कुमारी व मीरू मुमरू ने सभी सेविकाओं को अपने क्षेत्र में भ्रमण कर किशोरियों को स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देने की बात कही.
जीवन आशा कार्यक्रम के तहत कुपोषित बच्चों की पहचान कर व उपचार की जानकारी कार्यशाला में दी गयी. लोगों को बताया कि वैसे बच्चे जो कुपोषण के शिकार है उन्हें सीएचसी स्थित एमटीसी केंद्र में भरती करवायें. जहां पर उनका समुचित व नि:शुल्क सरकारी इलाज हो सकेंगे. इस अवसर पर मणिमाला कुमारी, आशा देवी, सुनीता देवी, मोनिका सिंह, नुपुर सिंह, ममता बाउरी आदि सेविकाएं थी.