देवघर: देवघर के चौपा मोड़ स्थित जैप पांच परिसर में झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन का स्वाभिमान दिवस मनाया गया. एसोसिएशन के संस्थापक रामानंद तिवारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इस अवसर पर स्टेट पुलिस मेंस एसोसिएशन की बैठक प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश्वर कुमार पांडेय की अध्यक्षता में हुई. बैठक में जिला पुलिस व जैप के विभिन्न जिलों से आये प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी समस्या रखी.
बैठक में एसोसिएशन ने चार मांगों को लेकर आंदोलन करने का निर्णय लिया. कहा गया कि 2003 से उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में ड्यूटी पर तैनात सिपाही, हवलदार, जमादार व इंस्पेक्टर को भत्ता नहीं दिया गया है. जबकि इस मामले में 2012 में सरकार से हुई वार्ता में मांगें मान ली गयी थी, बावजूद वित्त विभाग में यह मांग लंबित है. दूसरी मांग सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक को मिलने वाली ‘राशन मनी’ में बढ़ोतरी की है. इस मामले में झारखंड सरकार ने बिहार सरकार की तर्ज पर दो हजार रुपये की बढ़ोतरी का आश्वासन दिया था, लेकिन यह मांग भी वित्त विभाग में अटका है.
तीसरी मांग नवगठित जैप, जिला बल व आइआरबी बटालियन में सुविधा मुहैया कराना है. इन बटालियन में बैरक, अस्पताल, शौचालय, स्कूल आदि की सुविधा नहीं है. चौथी मांग में बल के अनुपात में जमादार व सुबेदार का पद सृजन करना है. बैठक में प्रस्ताव लिया गया कि मांगें नहीं मानी गयी तो लोकसभा चुनाव के बाद पुलिस मेंस एसोसिएशन सरकार को अल्टीमेटम देकर जुलाई से चरणबद्ध आंदोलन करेगी. बैठक में महामंत्री जितेंद्र हांसदा, संगठन मंत्री अमलेश कुमार सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष रंजन सिंह, जैप पांच के अध्यक्ष रामायण मुरमू, भानु चंद्र वर्मा, हृदय कुमार सिंह, पिंटू कुमार शर्मा आदि थे.
‘ सरकार के समक्ष यह चार मांगें एसोसिएशन ने कई बार पहुंचायी है. लेकिन सरकार की इच्छाशक्ति के अभाव में वित्त विभाग में अधिकांश मांगों की फाइल अटकी हुई है. लोकसभा चुनाव के बाद अगर इसमें पहल नहीं हुई तो एसोसिएशन जुलाई से आंदोलन करने को बाध्य हो जायेगी.
– अखिलेश्वर कुमार पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष, पुलिस मेंस एसोसिएशन, झारखंड