इसके बाद कल्पना के एकाउंट से पैसे की निकासी भी की गयी. इस संबंध में पूछताछ में पुलिस को कल्पना द्वारा संतोषजनक जबाव नहीं दिया जा सका. पुलिस के अनुसार उक्त् रुपयों के जमा-निकासी संबंधी संदेश भी कल्पना के मोबाइल पर आते रहे, बावजूद उसने इस जानकारी से पुलिस को कभी अवगत नहीं कराया. ऐसे में वह निर्दोष है या दोषी, वह कोर्ट ही तय करेगा. पुलिस ने कल्पना के पास से बैंक पासबुक, मोबाइल फोन व अमित कुमार के नाम का एक एटीएम कार्ड बरामद किया. उक्त सभी की जब्ती सूची के साथ कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया गया.
इसी साल अप्रैल में कल्पना एसएम कॉलेज से बीएड की परीक्षा पास की है. कल्पना बेगूसराय के राजापुर की रहनेवाली है और कटहलबाड़ी में योगेंद्र साह के मकान में पिछले साढ़े तीन साल से रह रही है. कल्पना ने बताया कि उसकी बड़ी बहन अर्चना कोलकाता में इंजीनियर है जबकि भाई गांव में रहता है और बेरोजगार है. जानकारी हो कि गोवर्धन के ठगे गये एटीएम से कल्पना के खंजरपुर स्थित एसबीआइ मेन ब्रांच के एकाउंट में धनबाद से 12, 13 और 14 जून को 40-40 हजार रुपये ट्रांसफर किये गये. कल्पना के एकाउंट से दुमका में 12 को 20-20 हजार दो बार और 13 जून को 10-10 हजार करके चार बार निकासी की गयी थी. कल्पना का कहना है कि उसके एकाउंट में पैसे क्रेडिट होने और उससे निकासी का मैसेज उसके मोबाइल पर आया पर उसे पता नहीं कि ऐसा किसने और कैसे किया.