देवघर: रोहन नक्षत्र समाप्ति के बाद मृगशिरा नक्षत्र शुरू हो चुका है. मृगशिरा नक्षत्र में सोमवार को हुई बारिश ने किसानों को राहत दी है. किसान खरीफ फसल की खेती अब समय पर शुरू कर पायेंगे. लेकिन सरकार की ओर से अब तक किसानों को अनुदानित धान, मकई, तेलहन व दलहन का बीज उपलब्ध नहीं कराया गया है. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार अगर समय पर धान का बिचड़ा नहीं डाला गया तो 10 से 15 फीसदी खेती प्रभावित होने की संभावना है. इस परिस्थिति में भी सरकार किसानों को समय पर बीज मुहैया कराने में गंभीर नहीं है.
कृषि विभाग ने सरकार को मार्च माह में 6700 क्विंटल धान के बीज का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था, लेकिन ढ़ाई माह बाद भी सरकार बीज मुहैया नहीं करा पायी है. खरीफ कार्यशाला में घोषणा के अनुसार 50 फीसदी अनुदानित दर पर धान का बीज किसानों को मुहैया कराने की योजना है. जिला से प्रखंड स्तर पर आयोजित खरीफ कार्यशाला में किसानों द्वारा बार-बार बीज की मांग की जा रही है.
तीन दिनों में डालें बिचड़ा
कृषि विज्ञान केंद्र सुजानी के कृषि वैज्ञानिक परिमल कुमार ने बताया कि धान का बिचड़ा डालने का समय निकल रहा है. रोहन नक्षत्र में ही बिचड़ा डालने का समय है. जो भी किसान रोहन नक्षत्र में बिचड़ा नहीं डाल पाये है वे तीन दिनों के अंदर बिचड़ा खेतों में डाल सकते हैं. अगर देरी हुई तो 10 से 15 फीसदी उत्पादन प्रभावित होने की संभावना है.