चतरा : जिले में विद्युत व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गयी हैं. पूरा जिला 30 घंटे तक अंधेरे में डूबा रहा. शनिवार दोपहर 12 बजे विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी थी, जो रविवार की दोपहर बाद बहाल हुई. लेकिन कुछ देर रहने के बाद गायब हो गयी. बिजली के अभाव में उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं. भीषण गरमी से लोग परेशान हैं.
विभाग द्वारा मामूली फॉल्ट दूर करने में भी कई घंटे लग जाते हैं. प्रतिवर्ष मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपये खर्च किये जाते हैं. लेकिन स्थिति में कोई बदलाव नहीं होता हैं. सरकार द्वारा दी गयी राशि का बंदरबाट कर लिया जाता हैं. यहीं वजह है कि मामूली हवा-तूफान में भी जहां तहां तार व पोल टूट कर गिर जाते हैं. इसका खमियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता हैं. अनियमित विद्युत आपूर्ति से शहर में पेयजलापूर्ति बाधित रहती हैं.
इससे लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता हैं. विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं हैं. जिलेवासियों ने कहा की विद्युत व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया, तो आंदोलन किया जायेगा. इस संबंध में विभाग के कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार मिश्रा ने बताया की आंधी-तूफान से चतरा-इटखोरी के बीच फॉल्ट हो गया था. शनिवार को फॉल्ट दूर करने का काफी प्रयास किया गया. लेकिन शाम हो जाने के कारण नहीं हो पाया. रविवार को फॉल्ट दूर कर विद्युत आपूर्ति बहाल की गयी.