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पोस्ते की खेती के खिलाफ ग्रामीण एकजुट
वन विभाग कार्यालय से मुख्य डाकघर, केसरी चौक होते हुए समाहरणालय तक निकाली रैली समाहरणालय के समक्ष विशाल जन प्रदर्शन व दिया धरना, उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन चतरा : पोस्ते की खेती के खिलाफ मंगलवार को विशाल जन प्रदर्शन व धरना दिया गया. इसमें काफी संख्या में महिला, पुरुष व स्कूली बच्चे शामिल हुए. कार्यक्रम […]
वन विभाग कार्यालय से मुख्य डाकघर, केसरी चौक होते हुए समाहरणालय तक निकाली रैली
समाहरणालय के समक्ष विशाल जन प्रदर्शन व दिया धरना, उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
चतरा : पोस्ते की खेती के खिलाफ मंगलवार को विशाल जन प्रदर्शन व धरना दिया गया. इसमें काफी संख्या में महिला, पुरुष व स्कूली बच्चे शामिल हुए. कार्यक्रम में गांव गणराज्य, महिला मुक्ति संघर्ष समिति व चेतना भारती के लोग शामिल हुए. धरना के बाद उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया.
मौके पर विनय सेंगर ने कहा कि चतरा में वन माफिया, काले धन के सौदागर, जंगलों को नष्ट कर पोस्ता की खेती कराने में लगे हैं. ग्रामीण बेरोजगार नवयुवक धन कमाने के आसान रास्ता समझ कर इसमें फंस रहे हैं. शहर व गांव के चंद सफेदपोश लोग भी इस कालेधन के सौदागर व धंधा के कारोबारी बने हुए है. शहर के आसपास जंगली क्षेत्र में तेजी से लोग इस रोग के गिरफ्त में आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी कानून की धज्जियां उड़ाते हुए लोग समाज को तबाह करने में लगे हैं. कानून के रखवाले मूक दर्शक बने हुए हैं.
अफीम के तस्कर ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था को तबाह करने में बेरोजगार युवकों को अपनी आकर्षित कर रहे हैं. कहा कि पूंजीवादी लूट के कारण पूरी दुनिया में पर्यावरणीय संकट है. पोस्ता की खेती किसके बल पर हो रही है, यह चतरा में खुला रहस्य है. कहा कि पर्यावरण व जंगल को उजड़ने से बचाने के लिए ग्रामीणों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. ज्योति बहन ने कहा कि पोस्ता की खेती से जमीन बंजर होती जा रही है.
लोग अफीम का सेवन भी करने लगे है, जो समाज के लिए उचित नहीं है. पूर्व विधायक जनार्दन पासवान ने कहा कि कुंदा, प्रतापपुर, लावालौंग , चतरा, हंटरगंज, कान्हाचट्टी आदि प्रखंडों में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की गयी है. ग्रामीणों ने अफीम के खिलाफ एकजुट होकर अभियान छेड़ा है. कार्यक्रम को शिव रतन प्रसाद, सरिता देवी, विनिता देवी, रेशमी देवी, अजीजी रौशन आरा समेत कई ने संबोधित किया.
नारे लगाते समाहरणालय पहुंचे स्कूली बच्चे
धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में चेतना भारती, गुरुकुल के कई स्कूली बच्चे शामिल हुए. हाथों में तख्ती लिए पोस्ता के खिलाफ नारे लगाते हुए समाहरणालय पहुंचे. चतरा को आफगानिस्तान होने से बचाना है, वन माफिया, अफीम तस्कर होशियार, बेरोजगारों को इस रोग से बचाना है आदि नारे लगा रहे थे.
वन विभाग कार्यालय से मुख्य डाकघर, केसरी चौक होते हुए समाहरणालय तक रैली निकाली गयी. रैली में शामिल महिलाओं ने गांव गणराज्य लायेंगे, जंगल जमीन पर पोस्ता की खेती नहीं होने देंगे. गरीबों को जमीन से बेदखल नहीं होने देंगे समेत कई नारे लगाये जा रहे थे.
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