चतरा : डीसी संदीप कुमार ने मंगलवार को खंडेलवाल अतिथि धर्मशाला में समुदाय आधारित संपूर्ण व्यवस्था विधि पर प्रेरकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का उदघाटन किया. मौके पर डीआरडीए डायरेक्टर अनिल कुमार, जिला समन्वयक प्रकाश के अलावा काफी संख्या में प्रेरक उपस्थित थे. यह प्रशिक्षण 10 से 14 जनवरी तक दिया जायेगा. मौके पर उपायुक्त ने कहा कि शौचालय के प्रति लोगों की मानसिकता बदलनी होगी. खुले में शौच से मुक्ति के लिए जिले में जोर-शोर से अभियान चलाया जायेगा. कहा कि प्रशिक्षण के दौरान यूनिसेफ द्वारा अति पिछड़े जिले को शौचालय से संबंधित विभिन्न जानकारी दी जायेगी.
इसके बाद प्रखंड स्तर पर कार्यशाला का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जायेगा. उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल तक जिले को पूर्ण रूप से खुले में शौच से मुक्त किया जायेगा. प्रशिक्षण यूनिसेफ के चेयर प्रसन अजय कुमार सिन्हा के अलावा बीरेंद्र कुमार, जितेंद्र अग्रवाल द्वारा दिया जा रहा है. इसमें 100 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षक श्री कुमार ने कहा कि खुले में शौच से कई बीमारी उत्पन्न होती है, यहां के लोग शौच करने के बाद यूं ही छोड़ देते हैं, जिससे बीमारी घर तक पहुंच जाती है. लोगों की कमाई का अधिक पैसा बीमारी में ही समाप्त हो जाता है. जब जिला खुले में शौच से मुक्त हो जायेगा, उस समय से आधा से अधिक बीमारी खुद ब खुद समाप्त हो जायेगी. शौचालय में शौच करने से लोगों का मान सम्मान भी बढ़ेगा.