चतरा : राज्य में 40 हजार शिक्षकों की बहाली शीघ्र होगी. इस बहाली में पारा शिक्षकों को 50 प्रतिशत समायोजित किये जाने की कवायद चल रही है. पारा शिक्षकों के साथ सरकार की पूरी सहानुभूति है.
पारा शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय दिया जायेगा. इस पर सरकार विचार कर रही है. उक्त बातें कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने पारा शिक्षक प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त करते हुए कही. सोमवार को झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ के महासचिव विक्रांत ज्योति की अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल कृषि मंत्री से मिलने उनके आवास पहुंचा था.
प्रतिनिधिमंडल की ओर से विक्रांत ज्योति ने कृषि मंत्री से पारा शिक्षकों को भी सरकारी शिक्षक के समान वेतन व अन्य सुविधा देने को लेकर मांग उठायी. सुशील झा ने कहा कि सरकारी शिक्षक से किसी भी मायने में उनकी सेवा कम नहीं है तो फिर सरकारी शिक्षक के समान वेतन व सुविधा क्यों नहीं दी जा रही है. स्थायीकरण की बात करते हुए कहा कि 60 वर्ष तक की सेवा निर्धारित की जाये एवं हड़ताल अवधि का बकाया मानदेय दिलाने की मांग की गयी.
मंत्री ने पारा शिक्षकों को समुचित सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आगामी मंत्रीमंडल की बैठक में इन मुद्दों को उठाये जाने की बात कही. इस मौके जिलाध्यक्ष सुशील कुमार झा, बास्की प्रसाद सिंह, मुकेश कुमार साह, समसुल अंसारी, रोहित कुमार सिंह, चन्द्रकांत सिंह, कौशल सिंह, अजीत तिवारी, गौउर यादव, चंदन महतो, निरंजन वर्मा, रोहित चौधरी आदि शिक्षक थे.