चतरा : जिले में बड़े पैमाने पर वन भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है. दस वर्षो में करीब 20 हजार हेक्टेयर वन भूमि पर कब्जा किया गया. लोग वन भूमि पर खेती के साथ-साथ मकान का निर्माण कर लिये है.ं इतना ही नहीं कई प्रखंडों में वन भूमि पर अफीम की भी खेती की जाती है. जिले में कुल वन भूमि 225751.21 हेक्टेयर है.
कहां-कहां है कब्जा
पत्थलगड्डा, गिद्धौर, सिमरिया, टंडवा, इटखोरी, कान्हाचट्टी, चतरा, हंटरगंज, प्रतापपुर, कुंदा, लावालौंग प्रखंड में वन भूमि पर कब्जा किया गया है. कब्जा के दौरान हजारों पेड़ भी काटे गये हैं. सबसे अधिक सिमरिया, कान्हाचट्टी व टंडवा में वन भूमि पर लोगों ने कब्जा किया है.
सीमित होता जा रहा वन भूमि
दिन-प्रतिदिन पेड़ों की कटायी कर वन भूमि पर कब्जा करने के कारण वन सीमा सिमटता जा रहा है. दो दशक पूर्व जहां लोग जाने से डरते थे, आज वहां उजड़ा मैदान दिख रहा है. लगातार बढ़ रही जनसंख्या के कारण वनों की कटाई जारी है.