साथ ही कहा कि जब तक पूर्व सचिव केदार दांगी, पूर्व प्राचार्य नेपाल राम प्रजापति व सहायक शिक्षक शशिकांत राकेश पर एफआइआर नहीं हो जाता, तब तक कॉलेज में ताला लगा रहेगा.
कॉलेज कर्मियों ने कहा कि उपायुक्त के निर्देश पर एसडीओ द्वारा उक्त लोगों पर लगाये गये आरोप की जांच करायी गयी. जांच सत्य पाया गया. 20 सितंबर को उपायुक्त द्वारा डीइओ शिवनारायण साह को उक्त लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया था. मांग करनेवालों में विकास कुमार चतुर्वेदी, कंचल माला, रंजन, अशोक कुमार यादव, बालेश्वर दांगी, राकेश कुमार समेत कई कॉलेजकर्मी शामिल हैं.