चतरा. पत्थलगड्डा प्रखंड के नावाडीह में वन विभाग द्वारा बिना सूचना के मकान तोड़े जाने से लोगो में रोष है. मकानों को जेसीबी से तोड़ा गया. इससे घर में रखे अनाज, कपड़ा, गहने व पैसे दब कर बर्बाद हो गये. वन विभाग की इस कार्रवाई से लोगों ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है. सुनैना देवी (पति- सुरेश राम) के घर तोड़ने के दौरान कई सूअर की मौत हो गयी, जिसमें काफी नुकसान हुआ. सुनैना देवी ने बताया कि करीब पांच वर्षों से मकान बना कर रह रहे थे. इससे पूर्व एक बार भी वन विभाग द्वारा नोटिस नहीं दिया गया. मकान ध्वस्त किये जाने से करीब दो लाख रुपये का नुकसान हुआ. साथ ही कई सूअर की मौत हुई है.
चावल, दाल, अरहर, गेहूं, जेवरात व कपड़े भी बर्बाद हो गये. हमलोग पेड़ के नीचे रहने को विवश है. पूरी रात खुले आसमान के नीचे गुजारना पडा. उसने उपायुक्त को आवेदन देकर इसकी शिकायत करते हुए जमीन व आवास उपलब्ध कराने की मांग की है.
लोको महतो (पिता- स्व बंधन महतो), प्रीतम दांगी (पिता- बढ़न महतो) का भी मकान ध्वस्त किया गया. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में कई लोग कई एकड़ वन भूमि पर कब्जा कर रखा है. लेकिन विभाग उस पर कार्रवाई नहीं कर गरीबों का मकान उजाड़ रही है. गांव के मुखिया मेघन दांगी ने कहा कि वन विभाग द्वारा बिना सूचना दिये कार्रवाई की गयी, जो गलत है. जनप्रतिनिधि के सूचना दिये बगैर कार्रवाई करना उचित नहीं. इधर, वन क्षेत्र पदाधिकारी कैलाश सिंह ने कहा की पूर्व में वन भूमि से कब्जा हटाने का नोटिस दिया गया था. उनलोगों द्वारा नहीं हटाने पर मजबूरन कार्रवाई की गयी.