इस दौरान ओएनजीसी के अधिकारी श्री पांडेय ने कहा : हरित मोक्षदा शव दाह गृह लगाने में लगभग 40 लाख रुपये की लागत आयेगी. इसमें कम लकड़ी में ही अंतिम क्रिया की जा सकेगी.
इस प्रक्रिया में पर्यावरण का भी बचाव होगा. उन्होंने चास श्मशान घाट में हेल्पिंग हैंड्स के कार्यों की सराहना की. हेल्पिंग हैंड्स के संस्थापक गोपाल मुरारका ने कहा : शवदाह गृह की चिमनी की ऊंचाई लगभग 70 फुट होगी. इससे दाह संस्कार में निकलने वाली धुआं से भी निजात मिलेगी. मौके पर संस्था के प्रवक्ता संजय सोनी,सचिव चंद्रपाल चंदानी,रंजीत कुमार,केक मधु,श्रीकांत सिंह, सुबोध कुमार सहित अन्य मौजूद थे.