बोकारो : सिविल कोर्ट बोकारो के स्टाफ आवास कॉलोनी के लिए वर्ष 2009 में चिह्नित जमीन को जिला प्रशासन व पुलिस ने गुरुवार को अतिक्रमण मुक्त कराया. इससे पहले उक्त स्थल पर अतिक्रमण कर बनाये खटाल को हटाने के लिए प्रशासन ने चार बार नोटिस दिया था. इसके बाद भी उक्त स्थल से अतिक्रमण नहीं […]
बोकारो : सिविल कोर्ट बोकारो के स्टाफ आवास कॉलोनी के लिए वर्ष 2009 में चिह्नित जमीन को जिला प्रशासन व पुलिस ने गुरुवार को अतिक्रमण मुक्त कराया. इससे पहले उक्त स्थल पर अतिक्रमण कर बनाये खटाल को हटाने के लिए प्रशासन ने चार बार नोटिस दिया था. इसके बाद भी उक्त स्थल से अतिक्रमण नहीं हटा था. गुरुवार की सुबह कार्यपालक दंडाधिकारी विजय राजेश बारला, चास सीओ वंदना सेजवलकर, सिटी डीएसपी अजय कुमार,
एसडीपीओ चास एमपी सिंह, सीसीआर डीएसपी रजत माणिक बाखला, बीएस सिटी थानेदार सह इंस्पेक्टर मदन मोहन प्रसाद सिन्हा, सेक्टर चार थानेदार सह इंस्पेक्टर आदित्य कुमार मिश्रा, सेक्टर 12 थानेदार सह इंस्पेक्टर आरएस दास दर्जनों की संख्या में जवान व महिला पुलिस बल को लेकर सेक्टर एक बी खटाल पहुंचे. पुलिस के साथ दो जेसीबी मशीन भी थी. गुरुवार को सेक्टर एक बी खटाल से ज्वाला यादव, गुल्लू यादव, लालजी यादव व लालू यादव का खटाल हटाया गया.
हल्के विरोध के बाद लोगों ने खुद हटा लिया खटाल : पुलिस के पहुंचते ही खटालवासियों ने अतिक्रमण हटाने का विरोध किया. इसके बाद दंडाधिकारी व सिटी डीएसपी ने स्थानीय खटालवासियों से मौके पर वार्ता की. खटाल वासी प्रशासन के बात पर राजी हो गये और अतिक्रमित स्थल से खुद खटाल हटाने को तैयार हो गये. पुलिस व दंडाधिकारी की मौजूदगी में चार खटालवासियों ने अपना खटाल हटा लिया. कोर्ट कर्मचारियों का आवास सेक्टर एक बी हॉस्टल व कैंप दो के बीच खाली पड़े मैदान में बन रहा है. उक्त स्थल पर खटाल रहने के कारण कई वर्षों से न्यायिक कर्मियों के आवास का निर्माण नहीं हो पा रहा था.