बोकारो. झारखंड प्रदेश भाजपा उद्योग प्रकोष्ठ के संयोजक राजेंद्र विश्वकर्मा की मां जानकी देवी (80 वर्ष) का निधन शुक्रवार को बोकारो जेनरल अस्पताल में इलाज के दौरान सुबह 8.20 बजे हो गया. जानकी देवी ब्रेन ट्यूमर सहित कई बीमारियों से ग्रसित थीं. बीजीएच में इलाज के लिए 11 दिसंबर को भरती हुई थी. शुक्रवार की सुबह उन्होंने बीजीएच में अंतिम सांस ली. श्री विश्वकर्मा के सेक्टर 4 डी स्थित आवास व श्मशान घाट-चास पर अंतिम दर्शन के लिए परिजनों व हित-मित्रों की भीड़ उमड़ पड़ी. इनमें चास-बोकारो के व्यवसायी व भाजपा नेता शामिल थे. स्व जानकी देवी अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गयी हैं. इनमें पुत्र शशिभूषण, राजेंद्र विश्वकर्मा, रवींद्र उर्फ बड़ेलाल, सूर्यभूषण उर्फ छोटेलाल, पुत्रवधु, पोता-पोती आदि शामिल हैं.
सेक्टर 4 डी स्थित आवास व श्मशान घाट-चास पर रवींद्र कुमार, ज्ञानंेद्र पांडे, सिद्धार्थ सिंह उर्फ माना, रंगनाथ उपाध्याय, सुनील चरण पहाड़ी, कुमार अमरदीप, मधु श्रीवास्तव, भईया प्रीतम, सुधांशु, डॉ. श्रवण कुमार, अनिल सिंह, संजय बैद, अखिलेश कुमार सिंह, मनोज चौधरी, सुनील मोहन ठाकुर, कमलेश राय सहित दर्जनों व्यवसायी व भाजपा नेता उपस्थित थे.
दहाड़ मार रो रही थी महिलाएं : श्री विश्वकर्मा के घर का माहौल बहुत मार्मिक था. बीजीएच से जानकी देवी का शव ज्यों ही सेक्टर 4 डी स्थित श्री विश्वकर्मा के आवास पहुंचा, घर की महिलाएं दहाड़ मार कर रोने लगी. पुत्रवधू का रो-रो कर बुरा हाल था. स्वयं श्री विश्वकर्मा के आंखों में आंसू नहीं रूक रहे थे. श्री विश्वकर्मा बोकारो व्यावसायिक प्लॉट होल्डर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष व बोकारो जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के महामंत्री सहित कई सामाजिक संगठनों के महत्वपूर्ण पदों पर आसीन है. इस कारण श्री विश्वकर्मा के आवास पर शोक व्यक्त करने वाले की भीड़ उमड़ पड़ी.