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लवली तिवारी हत्याकांड: हत्यारों की तलाश में पुलिस हुई रेस

बोकारो/बालीडीह: रेलवे ठेकेदार लवली तिवारी उर्फ चंद्रशेखर तिवारी की हत्या मामले को लेकर रविवार को जीआरपी थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. हत्याकांड के संबंध में स्थानीय लोग, रेलवे ठेकेदार सहित अन्य कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है. हत्याकांड के चश्मदीद शंभू पांडेय व सर्वानंद पांडेय (पेटी ठेकेदार) से […]

बोकारो/बालीडीह: रेलवे ठेकेदार लवली तिवारी उर्फ चंद्रशेखर तिवारी की हत्या मामले को लेकर रविवार को जीआरपी थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. हत्याकांड के संबंध में स्थानीय लोग, रेलवे ठेकेदार सहित अन्य कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है. हत्याकांड के चश्मदीद शंभू पांडेय व सर्वानंद पांडेय (पेटी ठेकेदार) से एसपी वाइएस रमेश ने रविवार को सिटी थाना में पूछताछ की. दोनों संदेही आरोपी को लेकर एसपी बालीडीह (दपू रेलवे बोकारो एआरएम बंगला के ठीक पीछे) घटनास्थल पर भी गये. घटनास्थल का बारिकी से मुआयना किया. इसके बाद पुन: दोनों को लेकर सिटी थाना आ गये.
जमशेदपुर व चक्रधरपुर से पहुंचे रेल डीएसपी : मामला जीआरपी के पास जाने के बाद रेल पुलिस तंत्र सक्रिय हुआ. शाम को रेलवे पुलिस की ओर से दो रेल डीएसपी व एक इंस्पेक्टर को बोकारो भेजा गया. रेल डीएसपी चक्रधरपुर से अवधेश नंदन सिंह, रेल डीएसपी मुख्यालय से व इंस्पेक्टर जगत मोहन राम बोकारो जीआरपी थाना पहुंचे. तीनों रेल पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय थाना के अधिकारी के साथ घटनास्थल का दौरा किया. चश्मदीद से पूछताछ की. समाचार लिखे जाने तक पुलिस अधिकारियों द्वारा पूछताछ जारी है. सोमवार को दोनों चश्मदीद को पुलिस अधिकारी रांची मुख्यालय ले जायेंगे.
पोस्टमार्टम में आठ गोली लगने का जिक्र
पोस्टमार्टम के दौरान रेलवे ठेकेदार लवली तिवारी के शरीर में कुल आठ गोली लगने की बात सामने आयी है. चास अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम तीन चिकित्सकों की टीम ने किया. इसमें डॉ अजय सिन्हा, डॉ विकास कुमार, डॉ रवि शेखर शामिल थे. चिकित्सकों ने शरीर से दो गोली निकाली, जबकि छह गोलियां शरीर के पार हो गयी थी. गोली लगने के बाद काफी खून बहा, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गयी थी.
शव लेकर परिजन गये बनारस
पोस्टमार्टम के बाद स्व तिवारी का शव परिजन चास कैलाश नगर स्थित आवास ले गये. स्व तिवारी के मंझले भाई मनोज तिवारी ने बताया कि रविवार की सुबह शव को बनारस दाह संस्कार के लिए जाया गया. पिता की हत्या की सूचना पाकर स्व तिवारी के पुत्र राजीव कुमार व पुत्री रविवार को बंगलुरू से अपने घर पहुंचे.
रेलवे कॉलोनी में दहशत का माहौल
रेलवे कॉलोनी में महज 36 दिनों के अंदर दो बड़ी वारदात ने कॉलोनी की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी. शनिवार को दिन दहाड़े हुई लवली तिवारी की हत्या के बाद रेलवे ठेकेदार, अधिकारी और कॉलोनी के लोगों में दहशत है. रेलवे कॉलोनी की सुरक्षा भगवान भरोसे है. जीआरपी थाना प्रभारी लालन सिंह पिछले डेढ़ माह से सस्पेंड चल रहे हैं. तीन में से एक एसआइ व 13 में से दो सिपाही ट्रेनिंग में गये हैं. एक हवलदार व एक मुंशी के भरोसे रेलवे स्टेशन और कॉलोनी की आधी आबादी की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. ऐसे में पूरी तरह गश्ती भी नहीं हो पाती है.
छह माह से बिना गाड़ी के पेट्रोलिंग
दपू रेलवे आद्रा मंडल में ग्रेड ए दर्जा का एकमात्र स्टेशन बोकारो है. लेकिन, यहां के जीआरपी थाना के पास पेट्रोलिंग के लिए एक भी चारपहिया वाहन भी उपलब्ध नहीं है. छह माह पूर्व एक जीप थी, वह भी अब खराब है. जीप टाटा पुलिस लाइन में बनने के लिए जमा है. आज तक जीप बन कर नहीं आयी और न ही कोई अन्य वाहन गश्ती के लिए उपलब्ध कराया गया.
जीआरपी अधिकारियों के साथ मिल कर जांच शुरू की गयी है. घटना के चश्मदीद को प्रथम दृष्टया संदिग्ध आरोपी माना गया है. पूछताछ के बाद दोनों संदिग्धों को जेल भेज दिया गया है. जांच तेजी से चल रही है. सभी कोण से घटना की जांच की जा रही है. घटना का उद्भेदन जल्द कर लिया जायेगा.
वाइएस रमेश, एसपी, बोकारो

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