बोकारो : रमती के पप्र के लिए जाति, धर्म, इष्ट, परंपरा व खान-पान के नियमों को कोई बंधन नहीं है. पप्र करने मात्र से मानसिक व पारिवारिक सुख-शांति मिलती है. पप्र के लाभ का प्रमाण खुद का अनुभव है. यह बातें पप्र व परमयोग की मुख्य प्रचारक सुशीला सिंह ने गुरुवार को सेक्टर 01/सी-181 में […]
बोकारो : रमती के पप्र के लिए जाति, धर्म, इष्ट, परंपरा व खान-पान के नियमों को कोई बंधन नहीं है. पप्र करने मात्र से मानसिक व पारिवारिक सुख-शांति मिलती है. पप्र के लाभ का प्रमाण खुद का अनुभव है. यह बातें पप्र व परमयोग की मुख्य प्रचारक सुशीला सिंह ने गुरुवार को सेक्टर 01/सी-181 में आयोजित पप्र व परमयोग के परम प्रकाश दिवस में कही.
श्रीमती सिंह ने पप्र के 11 पवित्र सूत्र विस्तार से बताये. कहा कि हर दु:ख को निस्वार्थ मन से परमजी के चरणों में रख देना चाहिए. गलत काम में पप्र करने से कोई लाभ नहीं होता. पप्र करने से मानव समेत पर्यावरण को भी फायदा होता है. कार्यक्रम में एनकेपी सिंह, सोनम कुमारी सिंह, मोहित राज, आरएन गुप्ता, सरोज देवी, चक्रधर सिंह, अरविंद कुमार मिश्रा, कंचन प्रसाद, परमात्मा सिंह, अनिल कुमार शर्मा, प्रेमचंद्र वर्मा, पद्मा कुमारी, रानी प्रेमलता झा, रूपेश झा अादि मौजूद थे.
बोकारो : रमती के पप्र के लिए जाति, धर्म, इष्ट, परंपरा व खान-पान के नियमों को कोई बंधन नहीं है. पप्र करने मात्र से मानसिक व पारिवारिक सुख-शांति मिलती है. पप्र के लाभ का प्रमाण खुद का अनुभव है. यह बातें पप्र व परमयोग की मुख्य प्रचारक सुशीला सिंह ने गुरुवार को सेक्टर 01/सी-181 में आयोजित पप्र व परमयोग के परम प्रकाश दिवस में कही. श्रीमती सिंह ने पप्र के 11 पवित्र सूत्र विस्तार से बताये. कहा कि हर दु:ख को निस्वार्थ मन से परमजी के चरणों में रख देना चाहिए. गलत काम में पप्र करने से कोई लाभ नहीं होता. पप्र करने से मानव समेत पर्यावरण को भी फायदा होता है. कार्यक्रम में एनकेपी सिंह, सोनम कुमारी सिंह, मोहित राज, आरएन गुप्ता, सरोज देवी, चक्रधर सिंह, अरविंद कुमार मिश्रा, कंचन प्रसाद, परमात्मा सिंह, अनिल कुमार शर्मा, प्रेमचंद्र वर्मा, पद्मा कुमारी, रानी प्रेमलता झा, रूपेश झा अादि मौजूद थे.