बोकारो: शिक्षा से ही सब कुछ हासिल होता है. आधा पेट खायेंगे फिर भी स्कूल जायेंगे. इन पंक्तियों को चरितार्थ करनेवाले चंदनकियारी प्रखंड के दुर्गापुर निवासी मनोज कुमार महतो ने हाड़तोड़ मेहनत व मजदूरी करके अपनी पढ़ाई पूरी की. छोटे भाई संजय कुमार महतो को भी मैट्रिक तक पढ़ाया. अब अपनी पत्नी शिखा को स्नातक (खंड तीन) की परीक्षा दिला रहा है.
दो बेटियां हैं. उसे भी शिक्षा दिला रहा है. पीजीडीआरडी तक की डिग्री हासिल करने वाला मनोज ने नियोजन को लेकर काफी दौड़-धूप की. यहां तक कि एक साल पूर्व अपने क्षेत्र के मंत्री (भू-राजस्व) अमर बाउरी का दरवाजा भी खटखटाया चुका है. कहीं से कोई मदद नहीं मिली.
15 वर्ष पूर्व नाम दर्ज कराया इंप्लाइमेंट एक्सचेंज में : मनोज कहता है कि उसने इंप्लाइमेंट एक्सचेंज में अपना नाम लगभग 15 वर्ष पूर्व दर्ज कराया है. आज तक एक भी कॉल नहीं आया. जैसे-जैसे ऊंची शिक्षा हासिल करता गया, कार्यालय में प्रमाण पत्र जमा कराता गया. सब व्यर्थ लगता है. मेरा सपना ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना है. इसी कारण पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन रूरल डेवलपमेंट कोर्स का चयन किया, पर यह विषय भी मेरे काम नहीं आया.