अपराध. स्कॉरपियो सवार अपराधियों ने फिरौती के लिए किया था अपहरण
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पुलिस दबिश पर अपहर्ताओं ने व्यवसायी को छोड़ा
अपराध. स्कॉरपियो सवार अपराधियों ने फिरौती के लिए किया था अपहरण पुलिस के आने की आशंका से चकमा देकर भाग गये अपराधी दुंदीबाग बाजार के व्यवसायी विजय प्रसाद का अपहरण रविवार की रात अपराधियों ने कर लिया. 32 लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी. बाद में पुलिसिया दबाव में अपराधियों ने व्यवसायी को छोड़ दिया. […]
पुलिस के आने की आशंका से चकमा देकर भाग गये अपराधी
दुंदीबाग बाजार के व्यवसायी विजय प्रसाद का अपहरण रविवार की रात अपराधियों ने कर लिया. 32 लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी. बाद में पुलिसिया दबाव में अपराधियों ने व्यवसायी को छोड़ दिया.
बोकारो : दुंदीबाग बाजार में आलू व प्याज के थोक व्यवसायी विजय प्रसाद (60 वर्ष) का अपहरण रविवार की रात स्कॉरपियो सवार अपराधियों ने कर लिया. उनका अपहरण उस वक्त हुआ जब व्यवसायी दुंदीबाग बाजार स्थित अपने गोदाम को बंद कर चास के राम नगर कॉलोनी स्थित अपने आवास लौट रहे थे.
व्यवसायी के अपहरण के सूचना पाते ही एसपी वाइएस रमेश के निर्देश पर पुलिस टीम सक्रिय हो गयी. एसपी ने पुलिस की चार अलग-अलग टीम गठित कर पश्चिम बंगाल के बलरामपुर व पिंड्राजोरा के संथालडीह मे छापेमारी करने के लिये भेजा. अपराधियों ने व्यवसायी के मोबाइल फोन से ही कॉल कर परिजनों से 32 लाख रुपये की मांग की थी.
मोल-भाव के बाद फिरौती की रकम 10 लाख रुपये तय हुई. पुलिस की सक्रियता के कारण अपराधियों ने फिरौती की रकम लिये बिना ही सोमवार की सुबह 10 बजे व्यवसायी को मुक्त कर दिया. अपराधियों ने फिरौती की रकम लेने के लिए व्यवसायी के परिजन को पहले आद्रा व फिर बलरामपुर बुलाया था. सिविल ड्रेस में पुलिस परिजन को लेकर फिरौती की रकम देने बलरामपुर गयी थी. यहां बलरामपुर पुलिस के सहयोग से पहले ही पूरे गांव को पुलिस ने सिविल ड्रेस में घेर लिया था.
बलरामपुर में एक अपराधी मुंह बांध कर पैसा लेने भी आया, लेकिन उसकी नजर आस-पास सिविल ड्रेस में खड़े पुलिस कर्मियों पर पड़ गयी. इस कारण अपराधी बिना पैसा लिए ही खेत के रास्ते पुलिस को चकमा देकर भाग गया. अपह्रत व्यवसायी के पुत्र संतोष कुमार विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष हैं.
फिरौती की रकम लेकर बोकारो पुलिस पहुंची थी बलरामपुर
पुलिस के साथ फिरौती की रकम लेकर पहुंचे थे पुत्र
व्यवसायी विजय प्रसाद के पुत्र संतोष कुमार ने बताया : घटना के बाद से ही पुलिस का पूरा सहयोग मिला. फिरौती की रकम जब 10 लाख तय हो गयी, तो वह सिटी डीएसपी अजय कुमार, उनके बॉडी गार्ड चंदन कुमार व अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ स्कॉरपियो वाहन पर सवार होकर निकले.
सभी पुलिस वाले भी सिविल ड्रेस में थे. अपहर्ताओं के बताये पते पर पश्चिम बंगाल के बलरामपुर पहुंचने पर अपहर्ताओं ने कहा रुपया रोड पर रख दो. संतोष ने कहा : वह रुपया रोड पर नहीं रखेंगे. अपने पिता को देखने के बाद ही रुपया देंगे. एक अपहरणकर्ता रुपया लेकर पिता को छोड़ने को कहा.
इस दौरान बलरामपुर थाना के पुलिस अधिकारी व कर्मी सिविल ड्रेस में पूरे क्षेत्र को घेरे हुए थे.
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