बोकारो : मौसम की मार थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन पारा अपने ही बनाये रिकॉर्ड को तोड़ रहा है. मानों तापमान को सिर्फ ऊपर उठने की कला ही आती हो. रविवार को भी सुबह आठ बजे से ही हवा के जरिये सूरज ने अपना संदेश देना शुरू कर दिया था. 10 […]
बोकारो : मौसम की मार थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन पारा अपने ही बनाये रिकॉर्ड को तोड़ रहा है. मानों तापमान को सिर्फ ऊपर उठने की कला ही आती हो. रविवार को भी सुबह आठ बजे से ही हवा के जरिये सूरज ने अपना संदेश देना शुरू कर दिया था. 10 बजते-बजते तापमान 38 डिग्री को छू लिया था. हवाओं से आग की भट्ठी का अनुभव हो रहा था. रविवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री दर्ज किया गया. गरमी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया.
पुरवइया बहने से मौसम में उमस महसूस किया गया.
घर में दुबकने को विवश लोग : गरमी के कोहराम से बचने के लिए लोग घर में दुबके रहे. काम को शाम के लिए टाला जा रहा है. बहुत जरूरी होने पर ही लोग दोपहर में घर से निकलने का साहस जुटा पा रहे हैं. काम को जल्दी-जल्दी निबटाने की कोशिश हो रही है. घर व घर के बाहर दोनों जगह गरमी की तपिश ने लोगों को झुलसा दिया है. दोपहर तीन बजे के बाद बादल छाने लगे. लेकिन बादलों ने सिर्फ उमस बढ़ायी. गरमी से कोई राहत नहीं मिली.